दिल्ली में फिर लुटी असमत
अनवर चौहान
दिल्ली के पांडव नगर इलाके में एक महिला से दुष्कर्म और किशोरी के साथ दुष्कर्म का प्रयास का मामला सामने आया है। महिला का आरोप है कि पड़ोस में रहने वाले दो दोस्तों ने वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गए। पीड़िताओं की शिकायत पर पुलिस ने दुष्कर्म और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान नवल और नागेंद्र के रूप में हुई है। नागेंद्र का मयूर विहार इलाके में फार्म हाउस है। जबकि पीड़िता यमुना खादर में रहती है। पीड़ित महिला ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 13 नवंबर की रात वह घर में अकेली थी। उसके पति किसी काम से बाहर गए थे। उसने अपने पड़ोस में रहने वाली 12 साल की बच्ची को अपने पास बुला लिया था।
इसी दौरान दोनों आरोपी उसके घर में जबरदस्ती घुस गए। नागेंद्र ने बछड़ा बांधने का बहाना कर किशोरी को घर से बाहर ले गया। जबकि नवल ने उसके साथ जबरदस्ती दुष्कर्म किया। उसके बाद नवल वहां से फरार हो गया। जब वह बाहर आई तो देखा कि नागेंद्र बच्ची के साथ दुष्कर्म का प्रयास कर रहा है। उसने शोर मचा दिया। पकड़े जाने के डर ...
70 साल के बुजुर्ग से लाखों की ठगी
अनवर चौहान
द्वारका इलाके में 70 वर्षीय बुजुर्ग को निजी स्कूल में नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे लाखों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। बुजुर्ग से ठगी करने के लिए आरोपियों ने उन्हें 32 लाख का सालाना पैकेज देने की बात कहकर उन्हें लुभाया और फिर स्काइप से उनका साक्षात्कार किया। उसके बाद उनसे कई मदों में लाखों रुपये ठग लिए गए। ठगी का एहसास होने के बाद बुजुर्ग ने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
70 वर्षीय एल के कंडपाल ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि अक्तूबर माह में एक जॉब पोर्टल से उनके पास फोन आया। फोन करने वाले ने उन्हें एक निजी स्कूल में नौकरी दिलाने की बात कही और सलाना 32 लाख रुपये का पैकेज बताया। बुजुर्ग के हामी भरने पर आरोपी ने पोर्टल में रजिस्ट्रेशन करने के लिए उनसे 5665 हजार रुपये का भुगतान करने के लिए कहा। बुजुर्ग ने उसकी बातों पर भरोसा कर अपने क्रेडिट कार्ड से उनके बताए खाते में पैसे का भुगतान कर दिया।
अगले दिन आरोपियों ने स्काइप के जरिए बुजुर्ग का साक्षात्कार करवाया। बुजुर्ग के मुताबिक साक्षात्कार के लिए उनके पास फोन आय�...
ठग सुकेश चंद्रशेखर से जुड़े रंगदारी मामले में तिहाड़ जेल के पांच कर्मचारी गिरफ्तार
अनवर चौहान
आर्थिक अपराध शाखा ने जालसाज सुकेश चंद्रशेखर के रोहिणी जेल से दो सौ करोड़ की ठगी करने के मामले में तिहाड़ जेल के पांच अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अधिकारियों में रोहिणी जेल के दो जेल अधीक्षक, दो जेल उपाधीक्षक और एक सहायक अधीक्षक शामिल हैं। इन्हें तीन दिन के लिए दिल्ली पुलिस की हिरासत में भेजा गया है।
सुकेश चंद्रशेखर ने तिहाड़ जेल से रेलिगेयर इंटरप्राइजेज के पूर्व प्रमोटर शिविंदर सिंह की पत्नी अदिति सिंह से दो सौ करोड़ रुपये की ठगी की थी। आरोपी ने वित्तीय अनियमितताओं के मामले में जेल में बंद उसके पति शिविंदर सिंह को जमानत दिलाने की बात कही थी। शाखा के अधिकारियों के अनुसार अदिति सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज कर शाखा ने जांच शुरू की। पुलिस ने रोहिणी जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया था।
बाद में पुलिस ने उसकी पाटर्नर लीना समेत चार अन्य आरोपियों मैथ्यूज, कमलेश कोठारी, अरुण मुथु और बी मोहन राज को गिरफ्तार कर लिया। जालसाजी के मामले में गिरफ्तार सुकेश रोहिणी जेल से ही मोबाइल फोन के जरिए ठगी को अंजाम दे रहा था। जा�...
CBI ढूंढती रह गई, IPS ने भगा दिए Wanted अपराधी
इंद्र वशिष्ठ
तब्लीगी जमात और मरकज आज-कल कोरोना फैलाने को लेकर खूब सुर्खियों में है। लेकिन जाहिलों की जमात किसी एक धर्म, समुदाय या राजनैतिक दलों तक ही सीमित नहीं है। जाहिल आईपीएस अफसर तो महामारी फैलाने, अपराधियों को भागने/ छिपने तक में मदद करने का अपराध करने में पीछे नहीं है। इस मामले से अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश का भट्ठा बिठाने में नेताओं से भी ज्यादा कुछ ऐसे जाहिल नौकरशाहों और बड़े बड़े उद्योगपतियों की जमात की अहम भूम...
दिल्ली में अपराध की 3 लाख से ज्यादा FIR दर्ज़
इंद्र वशिष्ठ
देश की राजधानी में दिनों-दिन बढ़ रहे अपराध का मामला संसद में भी उठाया गया। दिल्ली पुलिस द्वारा 2019 में अपराध के 316261 मामले दर्ज़ किए गए। साल 2018 में 262612 मामले दर्ज़ किए गए थे। राज्य सभा में सांसद मोतीलाल वोरा ने दिल्ली में अपराधों की संख्या में लगातार वृद्धि के बारे में सरकार से सवाल किया था। उन्होंने सरकार से यह भी पूछा कि दिल्ली के लोगों को अपराध मुक्त वातावरण प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा क्या कदम उठाए गए हैं। आपराधिक...
" बहरों को सुनाने के लिए धमाके की जरूरत होती है"
इंद्र वशिष्ठ
शहीद भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त द्वारा असेम्बली (वर्तमान संसद भवन) में बम फेंके जाने की एफआईआर यानी प्राथमिकी संसद मार्ग थाने में दर्ज हुई थी। शहीदों से संबंधित यह एफआईआर ऐतिहासिक महत्व की है। आठ अप्रैल 1929 को तत्कालीन न्यू दिल्ली थाने में (वर्तमान संसद मार्ग) में यह ऐतिहासिक एफआईआर पुलिसकर्मी लाला हंसराज ने दर्ज की थी।इस एफआईआर का नंबर 113 है। उस समय एफआईआर उर्दू भाषा में लिखी जाती थी।
पुलिसकर्मी लाला हंसराज ...
दिल्ली दंगों में पुलिस ने चलाई 400 गोलियां
इंद्र वशिष्ठ
क्या दिल्ली में हुए साम्प्रदायिक दंगों के पीछे कोई गहरी साज़िश है ? पूर्व नियोजित षड़यंत्र की संभावना को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने साजिश की धारा के तहत भी एक एफआईआर दर्ज की है।
दंगों में पचास से ज्यादा लोग मारे गए और हजारों करोड़ की संपत्ति का नुक़सान हुआ है।
दिल्ली में तीन दिनों तक हुए साम्प्रदायिक दंगों पर राज्य सभा में हुई चर्चा पर जवाब देते हुए गृहमंत्री ने यह जानकारी दी।
गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में कह...
लुटे-पिटे को भी धोखा देती है पुलिस
इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली में दिनोंदिन अपराध बढ़ रहे है। अपराध बढ़ने का मुख्य कारण है पुलिस का वारदात को सही दर्ज न करना। अपराध के मामले सही दर्ज होंगे तो अपराध में वृद्धि उजागर होगी और पुलिस पर अपराधी को पकड़ने का दवाब बनेगा। पुलिस यह चाहती नहीं इसलिए पुलिस की कोशिश होती है कि अपराध के मामले कम से कम दर्ज किए जाए या फिर हल्की धारा में दर्ज किया जाए। लेकिन ऐसा करके पुलिस एक तरह से अपराधियों की ही मदद करती हैं। इसीलिए बेख़ौफ़ लुट...