अज़हर चौहान

जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपी मो. अंसार व उसके परिवार के सदस्यों के करीब 12 बैंक खातों का पता लगा है। ये बैंक खाते अलग-अलग स्थानों के हैं। सिर्फ मो. अंसार के बैंक खातों में करीब ढाई लाख रुपये हैं। पुलिस ने उसके बैंक खातों को फ्रीज कर दिया है। पुलिस जांच कर रही है कि जहांगीरपुरी हिंसा के समय उसके बैंक खातों से कहां से पैसा आया था और कहां पैसा गया था।
शुरुआती जांच में ये बात सामने आई है कि मो. अंसार हवाला का कारोबार करता था। दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल पुलिस दिल्ली पुलिस का सहयोग नहीं कर रही है। दिल्ली पुलिस की एक टीम आरोपियों के पते वेरीफाई करने के लिए पश्चिमी बंगाल गई हुई है।
जहांगीरपुरी हिंसा की जांच कर रहे दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मो. अंसार के खुद के पांच बैंक खाते हैं। इन पांच बैंक खातों करीब ढ़ाई लाख रुपये है। मो. अंसार और उसके पूरे परिवार के करीब 12 बैंक खाते हैं। ये सभी खाते आजादपुर व सब्जी मंडी थाने में स्थित एक्सिस बैंक व एचडीएफसी ब्रांचों में हैं। मो. अंसार के एक्सिस बैंक में तीन व एचडीएफसी बैंक में दो बैंक खाते हैं। पुलिस की जांच में ये बात सामने आई है कि जहांगीरपुरी में आने से मो. अंसार व उसका परिवार सब्जी मंडी इलाके में रहता था। शुरू में ये कबाड़ी का काम करता था।
पुलिस देख रही हिंसा के बाद से पैसों का लेन-देन
पुलिस ये देख रही है कि जहांगीरपुरी हिंसा से पहले व बाद में कितने पैसे आए और कितने निकाले गए थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरुआती जांच में ये बात सामने आई है कि मो. अंसार सट्टा खिलाता था। सट्टेबाजी की वजह से उसके तार हवाला कारोबारियों से जुड़े हुए थे। वह कई देशों को हवाला का पैसा भेजता-मंगाता था। इस कारण प्रर्वतन निदेशालय ने मो. अंसार के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस अधिकस्त्रारियों के अनुसार वह फाईनेंस का काम भी करता था। वह इलाके के लोगों को पैसा बांटता था। पुलिस की जांच में ये बात भी सामने आई है कि वह अपने अवैध कामों से पैसा कमाता था। इलाके में वह सरकारी जमीन पर कब्जा भी करवाता था। जांच में ये बात भी सामने आई है कि मो.अंसार ने अभी तक विदेश यात्रा नहीं की है।
बेटा बीमार रहता है
पुलिस अधिकारियों के अनुसार मो. अंसार का बेटा हमेशा बीमार रहता है। उसका अस्पताल में कई साल से इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि उसके बेटे के इलाज में काफी पैसा खर्च होता था।