अनवर चौहान

कांग्रेस सेवादल की `वीर सावरकर कितने वीर` बुकलेट में दावा किया गया है कि दक्षिणपंथी विचारक वीर सावरकर और महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड्से के बीच समलैंगिक संबंध थे। इस पर शिवसेना के नेता संजय राउत ने सावरकर पर कांग्रेस की बुललेट में छपे दावे की आलोचना की है और कहा है कि यह उनके दिमाग में गंदगी को दिखाता है।
संजय राउत ने कहा है कि वीर सावरकर एक महान व्यक्ति थे और एक महान व्यक्ति रहेंगे। एक वर्ग उसके खिलाफ बात करता रहता है, यह उनके दिमाग में गंदगी को दिखाता है, जो भी वे हो सकते हैं। आपको बता दें कि बुकलेट में वीर सावरकर के बारे में कई विवादति दावे किए गए हैं। लिखा गया है- `ब्रह्मचर्य का व्रत लेने से पहले नाथूराम गोडसे के एक ही शारीरिक संबंध का ब्योरा मिलता है वीर सावरकर से।` बुकलेट में यह दावा भी किया गया है कि सावरकर ने अल्पसंख्यक समुदाय की महिलाओं पर यौन हिंसा को बढ़ावा दिया और मुस्लिमों की मौत पर उत्सव मनाते थे। पुस्तिका में यह दावा भी है कि अंडमान की सेल्यूलर जेल से रिहा होने के बाद सावरकर ने अंग्रेजों से पैसे तक लिए थे।

इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि `मेरा नाम राहुल सावरकर` नहीं है। इस पर संजय राउत ने कहा था कि हिंदुत्व विचारक के प्रति श्रद्धा को लेकर कोई “समझौता” नहीं किया जा सकता। राउत ने कहा कि हम महात्मा गांधी और पंडित नेहरू का सम्मान करते हैं। कृपया वीर सावरकर का अपमान न करें। जो समझदार होता है उसे ज्यादा बताने कि जरूरत नहीं होती।
अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से संजय राउत ने मराठी भाषा में ट्वीट किया, जिसका मतलब था- `वीर सावरकर न केवल महाराष्ट्र बल्कि देश के भी देवता हैं। सावरकर नाम में राष्ट्र अभिमान और स्वाभिमान है। नेहरू और गांधी की तरह, सावरकर ने स्वतंत्रता के लिए अपना बलिदान दिया। ऐसे हर भगवान को सम्मानित किया जाना चाहिए। जय हिंद`
दरअसल, दिल्ली में आयोजित कांग्रेस की `भारत बचाओ रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि उनका नाम राहुल गांधी है, `राहुल सावरकर नहीं है और वह सच बोलने के लिए कभी माफी नहीं मांगेंगे। भाजपा ने गांधी से उनके “रेप इन इंडिया” बयान के लिए माफी मांगने की मांग की थी। कांग्रेस महाराष्ट्र में शिवसेना की अगुवाई वाली सरकार में शामिल है।