नई दिल्ली.नरेंद्र मोदी ने ऑल पार्टी मीटिंग में कहा कि गोरक्षा के नाम पर हिंसा बरदाश्त नहीं की जाएगी। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। पीएम ने कहा कि गोरक्षा के लिए देश में भावनाएं हैं। मीटिंग के बाद, मीडिया से बातचीत में केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने मोदी के बयान की जानकारी दी। कुमार के मुताबिक, पीएम ने कहा- गोरक्षा के नाम पर हिंसा करने वालों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करेंगे। प्रेसिडेंट इलेक्शन का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि अगर सर्वसम्मति से चुनाव होता तो बेहतर होता। और क्या कहा पीएम ने....मोदी ने राज्यों से कहा कि वो गोरक्षा के नाम पर कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। क्योंकि लॉ एंड ऑर्डर राज्यों के पास होता है। मोदी ने ये भी कहा कि गोरक्षा मामले को सियासी या कम्युनल रंग नहीं दिया जाना चाहिए, क्योंकि इससे देश को कोई फायदा नहीं होगा। मोदी ने कहा- गाय को माता माना जाता है लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि लोग कानून को अपने हाथ में लें। पीएम ने नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों में बाढ़ के हालात पर चिंता जताई। मीटिंग में मोदी ने ये भी कहा कि गाय हमारी मां की तरह है लेकिन किसी को भी कानून को अपने हाथ में लेने का हक नहीं है। अगर कोई ऐसा करता है तो राज्य सरकार को उनपर कार्रवाई करना चाहिए। बता दें कि कथित गोरक्षकों के मामले पर विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर सवाल खड़े करती रही हैं। अपोजिशन इस मुद्दे को सोमवार से शुरू हो रहे मानसून सेशन में उठाने की तैयारी कर रही हैं।
मीटिंग में और क्या बोले मोदी? मोदी ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव के कैम्पेन के दौरान किसी भी तरह की गलत भाषा का इस्तेमाल नहीं हुआ। ये अच्छी बात है। सोमवार को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के दौरान हर दल की जिम्मेदारी है कि सभी वोट करें। एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए रामनाथ कोविंद और कांग्रेस समेत अपोजिशन ने मीरा कुमार को उम्मीदवार बनाया है। मोदी ने कहा कि करप्शन करने वाले लोगों को कतई नहीं बचाया जाएगा। करप्शन के चलते राजनेता की इमेज खराब होती है। मोदी के मंत्री बोले- गोरक्षक नहीं ये नरभक्षी यूनियन मिनिस्टर रामदास अठावले ने कथित गोरक्षकों को नरभक्षी बताया है। शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा- हर किसी को बीफ खाने का हक है। आठवले का यह बयान नागपुर में बीफ ले जाने के शक में एक शख्स की पिटाई किए जाने के मामले में आया। आठवले ने कहा कि "हिंसक गोरक्षक" मोदी सरकार की इमेज खराब कर रहे हैं। उन्होंने ऐसे लोगों को सख्त सजा देने की मांग की। उन्होंने कहा, "हर किसी को बीफ खाने का हक है। बकरे का मांस महंगा है इसलिए लोग बीफ खाते हैं। मैं नागपुर की घटना की निंदा करता हूं। गोरक्षकों के नाम पर किसी को नरभक्षक बनने का हक नहीं है।" उन्होंने कहा कि गोरक्षकों को कानून अपने हाथ में लेने का हक नहीं है। ऐसे हिंसक गोरक्षकों को सजा मिलनी चाहिए। मोदी ने किया था सवाल- ये कैसी गोरक्षा? बता दें कि गोरक्षा के नाम पर देशभर में हो रही हिंसा पर पिछले महीने नरेंद्र मोदी ने दुख जताया था। साबरमती आश्रम में उन्होंने कहा था, "क्या हमें गाय के नाम पर किसी इंसान को मारने का हक मिल जाता है? क्या ये गो-भक्ति है? क्या ये गोरक्षा है? ये गांधीजी-विनोबाजी का रास्ता नहीं हो सकता। हम कैसे आपा खो रहे हैं? क्या गाय के नाम पर इंसान को मार देंगे?" मोदी ने देश में बढ़ती हिंसा के तीन उदाहरण भी दिए थे।