(अनवर चौहान की खुसूसी रिपोर्ट) नई दिल्ली: याकूब मेमन की फांसी के बाद अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गे छोटा शकील ने भारत को अंजाम भुगतने धमकी दी है तो दूसरी तरफ डॉन दाऊद ने खाड़ी के देशों में क़हर बर्पा कर रहे आतंकी संगठन ISIS से संपर्क साधने की कोशिश शुरू कर दी है। पाकिस्तान के एक उर्दू अख़बार की वेब साइट के हवाले से ख़बर आई है कि शुक्रवार की सुबह डी कंपनी के नामचीं लोगों की एक बैठक हुई। जिसमें ये तय हुआ है याक़ूब की मौत का बदला लेने के लिए ISIS से हाथ मिला लेना फायदे का सौदा है। डी कंपनी का भारत में जो नेटवर्क है वो ISIS के लड़ाकों को पनाह देने और रास्ता दिखाने का काम कर सकता है। ये मीटिंग कहां हुई और इसमें कौन-कौन लोग शामिल हुए इस बाबत कोई जानकारी नहीं दी गई है। CRIMEINDIA ने इस बाबत फोन पर और जानकारी खंगालने की कोशिश की लेकिन पाक वेब साइट के संपादक नईम हैदर ने कुछ भी बताने से साफ इंकार कर दिया। रॉ के पूर्व चीफ का जो बयान आया कि याक़ूब मेनन या फिर अजमल क़साब की फांसी से भारत को कुछ मिलने वाला नहीं बल्कि नुक़सान होगा। उनकी दूर अंदेशी जायज़ लग रही है। सुबह छोटा शकील ने भारत को अंजाम भुगतने की धमकी दे ही डाली है। शकील ने याकूब की फांसी को कानूनी मर्डर बताया है और अंजाम भुगतने की धमकी दी है। उसका कहना है कि भारत सरकार ने याकूब को फुसलाकर भारत बुलाया और अपने वादों से मुकर गई। 1993 के मुंबई सीरियल ब्लास्ट के दोषी याकूब को गुरुवार सुबह ही नागपुर सेंट्रल जेल में फांसी दी गई थी। छोटा शकील भी सीरियल ब्लास्ट केस में आरोपी है। शकील ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा, ``भारत सरकार ने इससे क्या मैसेज दिया है? तुम लोगों ने एक बेगुनाह को उसके भाई के गुनाह की सजा दी। डी कंपनी इसकी निंदा करती है। यह एक कानूनी हत्या है।`` शकील ने अंजाम भुगतने की धमकी दी। उसने कहा, ``वो तो होगा ही।``
शकील ने भारत के `धोखे` का जिक्र किया। कहा- इस कदम से दाऊद और दूसरे भगोड़े लोगों के भारत लौटने की उम्मीद खत्म हो गई है। शकील ने बताया कि असली गुनहगार तो टाइगर है। शकील ने कहा, ``दाऊद भाई का भी यही हाल होता अगर वह उस वक्त वापस लौट गए होते।`` गौरतलब है कि दाऊद के अलावा चांदी के तस्कर और याकूब का बड़ा भाई टाइगर मेमन पर 1993 के सीरियल बम धमाकों को अंजाम देने का आरोप है। कोई नहीं करेगा भरोसा शकील ने कहा, ``आगे से कोई भी भारतीय एजेंसियों का भरोसा नहीं करेगा, चाहे वे कितना ही भरोसा क्यों न दिलाएं।`` क्या टाइगर धमाकों की साजिश में शामिल था, इस सवाल पर शकील ने कहा, ``चार्जशीट में उसका रोल बताया गया है। लेकिन सरकार ने उसे सजा दे दी जो अपने साथ ऑडियो और वीडियो सबूत के तौर पर लाया था। वह टाइगर से सहमत नहीं था और कानून के दायरे में रहना चाहता था? उसे क्या मिला?`` याकूब के दाऊद से रिश्ते नहीं याकूब मेमन के दाऊद से रिश्तों के सवाल पर छोटा शकील ने कहा, ``उस पर दाऊद भाई से रिश्ते का आरोप है। यह सही नहीं है।`` शकील ने आगे कहा, ``तुम लोग अपने अफसरों का भरोसा नहीं करते। बी रमण और दूसरे कई अफसरों का भी। किसी ने रमण के लिखे पर भरोसा नहीं किया।`` रमण ने अपने आर्टिकल में याकूब को फांसी से बख्शे जाने की वकालत की थी। निकम पर निशाना..छोटा शकील ने पब्लिक प्रॉसिक्यूटर उज्ज्वल निकम पर भी निशाना साधा। शकील ने कहा, ``उज्ज्वल निकम ने कहा कि एक मैसेज दे रहे हैं उन लोगों को। यार, हमें मैसेज देने के लिए बेगुनाहों को फांसी पर लटका रहे हो?`` शकील ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी सवाल उठाया। कहा, ``जिस जगह सुप्रीम कोर्ट में जाती है पिटीशन, उसी जज को रात के डेढ़ बजे बैठाते हो। कभी होगा इंसाफ?``