(अनवर चौहान) नई दिल्ली, कुछ महीने पहले हमने ये ख़बर छापी थी ISIS ने भारत में अपने पैर पसार लिए हैं। ख़बर में ये भी साफ लिखा था कि भारत में ये संगठन सबसे पहले गुजरात में आतंकी वारदात को अंजाम देगा। चूंकि उसे पाकिस्तान जाने के लिए रास्ता साफ चाहिए। चूंकि अफग़ानिस्तान और पाकिस्तान में लड़ रहे लड़ाकों को एक जगह जमा करना उसका पहला मक़सद है। समुद्र के रास्ते वो आसानी से
पाकिस्तान पहुंच सकता है। इससलिए उसने गुजरात को पहले निशाने पर रखा है। अब ख़बर आई है कि आतंकी संगठन आईएसआईएस अमेरिका से `आखिरी जंग` लड़ने का फैसला कर चुका है। आई का मतलब इस्लाम, एस का मतलब स्टेट, अगले आई का  मतलब ईराक़, और अगले एस का मतलब सीरिया। ये संगठन ईराक़ और सीरिया में शरियत की हुकूमत लागू करने की बुनियाद पर बना था। लेकिन अब ये अपने मिशन से हट चुका है। और आतंक के बूते पर अब पूरी दुनिया पर हुकूमत करने का मंसूबा बना चुका है।  और भारत पर हमले की तैयारी में जुटा है। हम शुरू से लिखते आ रहे हैं कि ISIS दुनिया का सबसे ख़तरनांक आतंकी संगठन है। उसने अपने विरोधियों को ऐसी मौतें दी हैं जिससे मौत भी कांप उठे। एक अमेरिकी मीडिया ग्रुप ने संगठन के इंटरनल रिक्रूटमेंट डॉक्युमेंट्स के हवाले से यह दावा किया है। हालांकि, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने इस रिपोर्ट को खारिज करते हुए कहा है कि  भारत में आईएसआईएस की मौजूदगी के कोई सबूत नहीं मिले हैं। चलिए हम भारत की खुफिया ऐजंसी पर भरोसा कर लेते हैं। लेकिन कश्मीर के अंदर इस संगठन के झंड़े फहराए जाने के पीछे कोई सबब नहीं है।  रिपोर्ट के मुताबिक, आईएसआईएस इस बड़ी साजिश को अंजाम देने के लिए अफगान और पाकिस्तान तालिबान के आतंकियों को इकट्ठा करने की कोशिश में जुटा है। डॉक्युमेंट में ऐसे जंग की बात कही गई है, जो इतिहास में पहले कभी नहीं लड़ी गई। इस मंसूबे को अंजाम देने के लिए अल कायदा जैसे विरोधी आतंकी संगठन को भी शामिल होने की अपील की गई है। आईएसआईएस मानता है कि भारत पर हमला करके वह अमेरिका को इस कदर उकसाएगा, जिससे दोनों के बीच आर पार की लड़ाई होगी। कद बढ़ाने की कोशिश में आईएसआईएस- अमेरिकन न्यूज साइट `यूएसए टुडे` ने मंगलवार को उर्दू भाषा में 32 पेज के डॉक्युमेंट का हवाला देते हुए एक इन्वेस्टिगेटिव स्टोरी पब्लिश की थी। डॉक्युमेंट कब का है, यह पता नहीं चल पाया है। डॉक्युमेंट का टाइटल है, `इस्लामिक स्टेट खलीफा का संक्षिप्त इतिहास, पैगंबर के मुताबिक खलीफा।`` न्यूज साइट के मुताबिक, उन्हें यह डॉक्युमेंट पाकिस्तान तालिबान से जुड़े एक पाकिस्तानी नागरिक से हासिल हुआ है। हार्वर्ड के एक स्कॉलर ने उर्दू में लिखे डॉक्युमेंट को अंग्रेजी में ट्रांसलेट किया। बाद में कई वर्तमान और रिटायर्ड अफसरों ने इसके प्रामाणिकता की पुष्टि की है। रिटायर्ड सीआईए अफसर और ब्रूकिंग्स इंस्टीट्यूट में सीनियर फेलो ब्रूस रिडेल ने कहा, "भारत पर हमले से आईएसआईएस का कद बढ़ जाएगा। इससे क्षेत्र में स्थिरता पर संकट पैदा हो जाएगा। भारत पर हमला एशियाई आतंकियों के लिए `होली ग्रेल` (अंतिम भोज में ईसा मसीह द्वारा इस्तेमाल किया प्याला) के समान है।" अमेरिका से आरपार की लड़ाई के मूड में डॉक्युमेंट्स के मुताबिक, आईएसआईएस के आतंकी अमेरिका के साथ आर-पार की लड़ाई करना चाहते हैं। आतंकी यह मानते हैं कि अगर अमेरिका अपने सहयोगी देशों की मदद से हमले भी करता है, तो उम्माह (मुसलमान) एकजुट होकर इस `आखिरी जंग` को अंजाम देंगे। व्हाइट हाउस ने कहा कि वह अफगानिस्तान में आईएसआईएस की मौजूदगी से पूरी तरह वाकिफ है। वह मामले पर करीब से नजर रखे हुए है। ISIS से भारत को कितना खतरा है?...1. आठ महीने पहले ही आगाह कर चुके थे एनएसए डोभाल नेशनल सिक्युरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने नवंबर में ही आगाह कर दिया था कि पीओके के मामले में सरकार को रणनीतिक नजरिया अपनाना चाहिए। वहां आतंकियों के बढ़ रहे मूवमेंट के मद्देनजर उसके संभावित नतीजों के लिए तैयार रहना चाहिए। डोभाल ने एक लीडरशिप समिट में कहा था- देश के किसी भी धार्मिक मुस्लिम नेता ने आईएसआईएस का सपोर्ट नहीं किया है। सभी ने आईएस और अलकायदा के खिलाफ फतवे जारी किए हैं। आईएसआईएस और अलकायदा देश में आतंकी हमले कर हिंसा फैला सकते हैं लेकिन हमारा देश इतना मजबूत कि वह ऐसे संगठनों से निपट लेगा। 2. लेकिन राजनाथ सिंह को लगता था- आईएस से देश को खतरा नहीं है मार्च में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने जयपुर में कहा था कि देश में आईएसआईएस का असर नहीं है। भारतीय मुस्लिम युवकों को आकर्षित करने में आईएसआईएस नाकाम रहा है। 3. एनआईएभी कह चुकी है- भारत के खिलाफ साजिश रच सकता है आईएसआईएस मुंबई के कल्याण से भागकर आईएसआईएस में शामिल होने गए अरीब मजीद के खिलाफ मई में नेशनल इन्वेस्टिगेटिव एजेंसी (एनआईए) ने चार्जशीट दायर की थी। इसमें एनआईए ने कहा था कि हो सकता है कि आईएस आने वाले समय में भारत विरोधी आतंकी समूहों से रिश्ते बढ़ा ले। आईएस यह साजिश रच रहा है कि कैसे भारतीय युवकों और एनआईआर लोगों को संगठन से जोड़कर इराक-सीरिया के साथ भारत और अन्य एशियाई देशों में आतंकी हमलों को अंजाम दिया जाए। 4. भाजपा सांसद को ही मिली ISIS की धमकी जून में भाजपा सांसद तरुण विजय ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस आयुक्त को भेजी शिकायत में कहा कि उन्हें जिहाद के खिलाफ लेख लिखने के लिए आईएसआईएस से जान से मारने की धमकी मिली है। उन्होंने कहा था कि उनका ईमेल आईडी 15 दिन में दो बार हैक हो गया था। इसी में उन्हें धमकी मिली। 5. एक्शन प्लान बना रही है सरकार एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जून के आखिर में ही गृह मंत्रालय में सेक्रेटरी एल.सी. गोयल ने स्पेशल सेक्रेटरी (इंटरनल सिक्युरिटी) अशोक प्रसाद को एक नोट भेजा। इसमें उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के युवक तेजी से कट्टरपंथी की तरफ जा रहे हैं। इसे रोकने के लिए एक्शन प्लान बनाया जाना चाहिए ताकि जाहिर तौर पर और खुफिया तरीके से अभियान चलाया जा सके। इसकी वजह यह है कि आईएसआईएस के कारण जम्मू कश्मीर में खतरा बढ़ गया है। 6. कश्मीर में लहरा चुके हैं IS के झंडे जम्मू कश्मीर में इस साल कई मौकों पर आईएसआईएस के झंडे देखे गए हैं। बताया जाता है कि आईएस के झंडे रखने वाले 11 युवकों को सर्विलांस पर रखा गया है।