
वरिष्ठ पत्रकार अनवर चौहान
गुजरात गुजरात में 64 साल बाद कांग्रेस का अधिवेशन होने जा रहा है। 8 और 9 मार्च को गुजरात में होने वाले कांग्रेस के महाधिवेशन शुरू होने से पहले ही राहुल गांधी गुजरात पहुंच गए हैं। यहां आखिरी बार कांग्रेस का अधिवेशन भावनगर में 1961 में हुआ था। इस तरह गुजरात में 64 साल बाद कांग्रेस का अधिवेशन होने जा रहा है। इसलिए अधिवेशन से पहले राहुल गांधी 7 और 8 मार्च को गुजरात कांग्रेस की संगठनात्मक तैयारी की समीक्षा करेंगे।
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस लीडर राहुल गांधी दो दिन के दौरे पर गुजरात पहुंच गए हैं। स्थानीय नेताओं ने एयरपोर्ट पर राहुल का स्वागत किया। वे एयरपोर्ट से सीधे कांग्रेस ऑफिस पहुंचे।
यहां उन्होंने गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। इसमें संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, गुजरात के प्रभारी व महासचिव मुकुल वाशनिक और प्रदेश अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल शामिल रहे। राहुल शुक्रवार को नेताओं से लेकर वार्ड अध्यक्षों के साथ 9 घंटे में 5 बैठकें करेंगे।
बीते गुजरात चुनावों में शर्मनाक रहा था कांग्रेस का प्रदर्शन गुजरात विधानसभा के बीते दो चुनावों की बात करते हैं। साल 2017 में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने भाजपा को प्रदेश में कड़ी टक्कर दी थी। हालांकि, 2022 चुनाव में आम आदमी पार्टी के चुनाव लड़ने की वजह से पार्टी के वोट कट गए। 2022 विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 182 में से 156 सीटों पर जीत हासिल की थी।
जबकि कांग्रेस सिर्फ 17 सीटों पर सिमट गई और पहली बार चुनाव लड़ रही आम आदमी पार्टी से 13 प्रतिशत वोट शेयर भी खो दिया था। वहीं, 2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने मिलकर चुनाव लड़ा। बावजूद इसके पार्टी 26 में से सिर्फ एक ही सीट अपने नाम कर पाई। 2019 और 2014 में तो पार्टी का खाता भी नहीं खुल पाया था।
राहुल गांधी का 7 मार्च का शेड्यूल
2.00 से 3.00 बजे- जिला कांग्रेस अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे।
3.00 से 5.00 बजे- ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्षों के साथ बैठक करेंगे।
8 मार्च का शेड्यूल 10:30 से 12:30 बजे तक पार्टी के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। स्थानीय निकाय चुनाव के कार्यकर्ता और पूर्व उम्मीदवारों के साथ भी बैठक करेंगे। फिर 1:45 बजे, अहमदाबाद से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जुलाई, 2024 में कहा था कि हम गुजरात में मोदी और बीजेपी को हराएंगे। हरियाणा, महाराष्ट्र और दिल्ली में कांग्रेस की हार के बाद अब राहुल गांधी बीजेपी को उसके सबसे मजबूत गढ़ में घेरना चाहते हैं। राहुल गांधी ने कांग्रेस के अप्रैल में होने वाले दो दिन के राष्ट्रीय अधिवेशन से ठीक एक महीने पहले गुजरात में कांग्रेस की जमीन को टटोलने पहुंचे हैं ताकि अधिवेशन में उसी के अनुरुप रणनीति बनाई जा सके। यह महज संयोग हैं कि जब राहुल गांधी गुजरात में कांग्रेस नेताओं से मिल रहे होंगे तभी पीएम मोदी सूरत और नवसारी के दौरे पर रहेंगे।
कांग्रेस के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस के संगठन में जो भी फेरबदल होने वाले हैं। उनकी शुरुआत गुजरात से की जाएगी। ऐसे में कांग्रेस भी बीजेपी की तरह गुजरात को ही प्रयोगशाला बनाएगी। गुजरात में कांग्रेस अभी मुख्य विपक्षी दल है, हालांकि आप की एंट्री से वह कमजोर पड़ी है, यही कांग्रेस की सबसे बड़ी चिंता है कि वह कैसे अपने वोट बैंक को बचाए और फिर बीजेपी के सामने खड़ी हो। कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि राहुल गांधी का 2025 में पूरे साल सक्रिय रहेंगे। इसके अलावा शीर्ष नेतृत्व से अन्य नेता भी गुजरात का दौरा करेंगे। वरिष्ठ नेता ने कहाकि राहुल गांधी इस बात से सहमत हैं कि 2027 में बीजेपी को बैकफुट पर धकेला जा सकता है। राहुल गांधी गुजरात को इस बार गंभीर दिख रहे हैं। उनके विश्वस्त सहयोगी और संगठन में नंबर दो की हैसियत रखने वाले केसी वेणुगोपाल गुजरात में डेरा डाले हुए हैं। वह एक हफ्ते में दूसरी बार गुजरात पहुंचे हैं।
कांग्रेस पार्टी गुजरात में सर्वाधिक कमजाेर स्थिति में है। ऐसे में कांग्रेस कुछ नहीं करेगी तो निश्चित तौर पर और कमजोर हो जाएगी। इसका फायदा आप को मिलेगा। गांधी-सरदार की जन्मभूमि पर कांग्रेस किसी भी सूरत में खुद को मजबूत करना चाहती है। कांग्रेस की रणनीति है कि बीजेपी के मजबूत गढ़ में खुद को मजबूत किया जाए। अगर पार्टी ऐसा करने में सफल होती है तो पूरे देश में विपक्ष के दूसरे दलों को यह बताने में सफल होगी कि बीजेपी का मुकाबला करने में कांग्रेस ही सक्षम है। राहुल गांधी की रणनीति है कि पंचायत चुनावों से पहले इस काम में जुटा जाए। गुजरात में पंचायत लंबे समय से पेंडिंग हैं। इनके इसी साल ओबीसी आरक्षण के साथ होने की उम्मीद है।