अनवर चौहान
राजधानी दिल्ली के राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग आउटलेट में जून 2024 में हुए मर्डर केस में पकड़ी गई लेडी डॉन अन्नू धनखड़ ने दिल्ली पुलिस पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। उसने नकली मोहब्बत में असली मर्डर करवा दिया।दिल्ली पुलिस की पूछताछ में अन्नू धनखड़ ने खुलासा किया कि वह गैंगस्टर हिमांशु भाऊ और साहिल रिटोलिया की दोस्त थी, जिन्होंने उससे वादा किया था कि वे उसे अपने खर्च पर यूएसए बुलाएंगे। अमेरिकी वीजा व अन्य दस्तावेजों की व्यवस्था करके देंगे। अमेरिका में लग्जरी लाइफ मिलेगी।
अमन को प्यार के जाल में फंसाया दिल्ली पुलिस के अनुसार हत्या की जांच के दौरान पता चला कि अन्नू धनखड़ ने यूएसए जाने के प्लान के चक्कर में गैंगस्टर के कहने पर सोशल मीडिया पर अमन से दोस्ती की थी। फिर उसे अपने प्यार के जाल में फंसाकर राजौरी गार्डन स्थित बर्गर किंग आउटलेट लेकर आई, जहां हिमांशु भाऊ गिरोह के सदस्यों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी।
दिल्ली बर्गर किंग कांड की आरोपी अन्नू धनखड़ को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में अन्नू ने बताया कि प्रेमी की हत्या के बाद वह राजौरी गार्डन से मुखर्जी नगर अपने पीजी में वापस गई। अपना सामान लिया। इसके बाद वह आईएसबीटी कश्मीरी गेट से बस में सवार होकर चंडीगढ़, अमृतसर होते हुए कटरा पहुंची।राजस्थान में कई जगह काटी फरारी अन्नू ने बताया कि जब वह कटरा में एक गेस्ट हाउस में ठहरी हुई थी, तो हिमांशु भाऊ ने उसे तुरंत गेस्ट हाउस खाली करने को कहा और इसके बाद वह जालंधर के लिए ट्रेन पकड़ी और चंडीगढ़ होते हुए बस से हरिद्वार चली गई। वह तीन-चार दिन हरिद्वार में रही और फिर बस से कोटा चली गई और वहां चार महीने तक राजस्थान के कोटा के तलवंडी में एक पीजी में रही। दिल्ली पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस अवधि के दौरान वह भाऊ और साहिल के संपर्क में थी,वे उसे एक दुकान विक्रेता/मनी एक्सचेंजर के माध्यम से ऑनलाइन पैसे भेजते थे। 22 अक्टूबर को भाऊ ने उसे बताया कि अब मामला शांत हो गया है और उसे पीजी आवास खाली करने का निर्देश दिया। उसने आगे उससे कहा कि वह नेपाल के रास्ते दुबई के रास्ते अमेरिका आ सकती है। उसने अपना पीजी छोड़ दिया और लखनऊ के रास्ते उत्तर प्रदेश के लखीमपुर पहुंच गई।
हिमांशु भाऊ गैंग से जुड़े तीन शूटरों को मार गिराया भाऊ के निर्देश पर उचित समय पर सीमा पार करने का इंतजार करते हुए, उसे भारत-नेपाल सीमा पर विशेष सेल की एक टीम ने पकड़ लिया, जो वहां पहुंच गई थी। जुलाई के महीने में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मिलकर हिमांशु भाऊ गैंग से जुड़े तीन शूटरों को मार गिराया था। यह मुठभेड़ हरियाणा के सोनीपत के खरखौदा इलाके में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच और हरियाणा एसटीएफ ने की थी। तीनों शूटरों की पहचान आशीष उर्फ लालू, सनी खरार और विक्की रिधाना के रूप में हुई है। मारे गए तीनों शूटरों में से आशीष और विक्की बर्गर किंग शूटआउट की घटना में शामिल थे। 18 जून को राजौरी गार्डन में नजफगढ़ रोड पर बर्गर किंग आउटलेट पर बाइक पर सवार होकर आए तीन लोगों ने रात 9:30 बजे अपनी गर्लफ्रेंड से मिलने आए अमन जून की हत्या कर दी थी।
"शक्ति दादा" की हत्या का बदला गैंगस्टर हिमांशु भाऊ ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपने एक करीबी सहयोगी "शक्ति दादा" की हत्या का बदला लेने के लिए इस गोलीबारी की जिम्मेदारी ली थी। तीनों अपराधियों की हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस को तलाश थी। हरियाणा पुलिस ने तीनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया था। पुलिस ने बताया कि आशीष 13 मामलों में वांछित था और कथित तौर पर हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती और पेट्रोल पंप लूट के करीब 18 मामलों में शामिल है। सनी कथित तौर पर हत्या, हत्या के प्रयास और गोलीबारी के 4-5 मामलों में शामिल था। गौरतलब है कि इंटरपोल ने हिमांशु भाऊ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया है।
इससे पहले मई में दिल्ली पुलिस ने हिमांशु भाऊ गैंग के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियों में लगातार शामिल होने के लिए महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) लगाया था। यह घटना दिल्ली में फ्यूजन कार शोरूम पर गैंग द्वारा की गई गोलीबारी के कुछ हफ्ते बाद हुई। गैंग ने कार शोरूम के मालिक से 5 करोड़ रुपये की फिरौती भी मांगी थी।