अनवर चौहान
मोदी की इस तीसरी सरकार में भी कोई मुसलिम मंत्री जगह नहीं बना पाया.....मुसलमानों ने भले ही भाजपा को वोट न दिया हो....ये तो मुमकिन है....पर भाजपा के सहयोगी दलों को तो मुसलमानों ने दिल खोलकर वोट दिया। बिहार के नितीश बाबू को यदि मुसलमानों ने वोट न दिया होता तो उनके 12 सासंद नहीं जीत पाते।....और किंग मैकर भी नहीं बन पाते....इसी तरह अगर आंध्र प्रदेश के मुसलमानों ने दिल खोलकर टीडीपी को वोट न दिया होता तो चंद्र बाबू नायडू आज चाणक्य की भूमिका में न होते। इन दोनों नेताओं ने अपने-अपने सूबे में मुसलमानों से ढेरों वायदे भी किए हैं। उन वादों का क्या होगा....फिलहाल तो पता नहीं.... मगर इन दोनों नेताओं की बे-शर्मी देखिए....इस मुल्क में 18 करोड़ से ज्यादा मुसलमान हैं....मगर उनकी नुमाइंदगी करने वाला कोई नहीं....इन दोनों नेताओं ने ये कैसे बर्दाश्त कर लिया कि इस सरकार में मुसलमानों की भागीदारी न हो....कुल मिलाकर ये मान लेना चाहिए कि ये सरकार एनडीए की नहीं बल्कि भाजपा की सरकार है.....जिस तरह चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने मुसलमानों को गालियां दी....मतलब साफ है कि गालियां सही दी गईं। ........मुसलमान घुसपैठिया है....तुम्हारी भैंस खोल ले जाएगा....दलितों और पिछड़ों का हक़ मार लेगा...वगैरह-वगैरह....आरोप लगाए गए...मगर मुसलमान खामोश...सुनता रहा...सब कुछ बर्दाश्त किया...अब ये भी बर्दाश्त करेगा....कि उसकी नुमाइंदगी करने वाला कोई इस सरकार में नहीं है।......एक बात टके की ही सही....पर... कह देता हूं....इतने बड़े समाज को हाशिए पर धकेल कर....मुल्क को आगे नहीं ले जाया जा सकता।.....मोदी जी को मुसलमानों से नफरत है....ये नफरत अपनी जगह...हो सकती है.....मगर किसी समाज को हाशिए..पर धकेल कर आप कामयाब नहीं हो सकते...हो सकता है कि आप को चंद दिनों की कामयाबी भी मिल जाए...मगर आप सदा के लिए कामयाब नहीं हो सकते....
मोदी लाख अपनी गारंटी का दम भरें.....लेकिन इस मुल्क में एक परसेप्शन बन गया है कि मोदी झूठा है....वो काफी हद तक सही भी है। चूंकि मोदी दावा करते है....सबका साथ...सबका...विकास...सबका...विश्वास.... मगर भई ये कैसा सबका विकास है....न लोकसभा और न राज्य सभा....कहीं एक मुसलमान नहीं....ये कैसा विकास है कि मौजूदा सरकार में कोई नाम लेने को भी मुसलमान नहीं....
मैं एक बात और गारंटी के साथ कह सकता हूं....अगर मुसलमानों की इसी तरह अन-देखी की गई तो इस का खमियाज़ा हो सकता है भाजपा न भुगते....मगर चंद्र बाबू नायडू और नितीश कुमार को ज़रूर भुगतना पड़ेगा.....अब तक जदयू और टीडीपी को थोक में मुसलमानों के वोट मिलते रहे हैं...क्या आगे भी मिलेंगे....इस बात की कोई गारंटी नहीं....ये दनों दल कब हाशिए पर होंगे...इसकी भी कोई गारंटी नहीं।