अनवर चौहान
नरेला की पहचान अभी तक नए उद्योगों के लिए थी, जिन्हें दिल्ली के कुछ क्षेत्रों से स्थानांतरित किया गया था। नरेला उप शहर में लगभग 9866 हेक्टेयर क्षेत्र शामिल है, जिसमें से परियोजना क्षेत्र 3828 हेक्टेयर है, लैंड पूलिंग क्षेत्र 3537 हेक्टेयर है और 2501 हेक्टेयर को ग्रीन बेल्ट के रूप में परिभाषित किया गया है।द्वारका के बाद नरेला को दिल्ली के नए उप शहर के तौर पर विकसित किया जाएगा। क्षेत्र में सुरक्षा, सार्वजनिक परिवहन सहित अन्य सुविधाओं को आधुनिक बनाने की दिशा में काम तेज हो गया है। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने नरेला में उपेक्षित पड़ीं डीडीए की परियोजनाओं में तेजी लाने का निर्देश दिया है। इसमें उन विश्वविद्यालयों और संस्थानों को लेकर चर्चा हुई, जिन्होंने डीडीए से भूमि देने की मांग की थी। डीडीए को शैक्षणिक संस्थानों को समायोजित करने के लिए एक संशोधित योजना बनाने और जल्द से जल्द उसे पेश करने का निर्देश दिया। दूसरी तरफ बेहतर कनेक्टिविटी, नागरिक बुनियादी ढांचे और नई परियोजनाओं पर विशेष ध्यान देने को भी उपराज्यपाल ने कहा है। नरेला की पहचान अभी तक नए उद्योगों के लिए थी, जिन्हें दिल्ली के कुछ क्षेत्रों से स्थानांतरित किया गया था। नरेला उप शहर में लगभग 9866 हेक्टेयर क्षेत्र शामिल है, जिसमें से परियोजना क्षेत्र 3828 हेक्टेयर है, लैंड पूलिंग क्षेत्र 3537 हेक्टेयर है और 2501 हेक्टेयर को ग्रीन बेल्ट के रूप में परिभाषित किया गया है।
इन्हें हुई भूमि आवंटित
नरेला में एनआईटी को 20.8 हेक्टेयर, इंदिरा गांधी दिल्ली महिला तकनीकी विश्वविद्यालय (आईजीडीटीयूडब्ल्यू) को 20 हेक्टेयर और राष्ट्रीय होम्योपैथी संस्थान को 4.04 हेक्टेयर भूमि पहले से आवंटित है। इसके अलावा गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय को 8.08 हेक्टेयर और दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय (डीईटीयू) को 4.04 हेक्टेयर भूमि आवंटित की जाएगी। एलजी ने सभी भूमि एक क्लस्टर में आवंटित करने को कहा है, जो डीडीए के निर्मित आवासों के नजदीक हों, ताकि आसानी से आवास व छात्रावास की सुविधा उपलब्ध हो सके।
बनेगा लॉजिस्टिक्स पार्क
नरेला में करीब 40 हेक्टेयर क्षेत्र में मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क बनाने की योजना है। इसके अलावा कॉरपोरेट पार्क, शॉपिंग मॉल सहित अन्य बड़े वाणिज्यिक केंद्र भी बनाने की दिशा में काम किया जाएगा। इसके अलावा लोगों की सुविधा के लिए 7.28 हेक्टेयर में क्लब और स्पोर्ट्स कांप्लेक्स, 16 हेक्टेयर में जिला जेल, टिकरी खुर्द के पास जिला न्यायालय के लिए 4 हेक्टेयर, जिला पार्क अर्थात सेक्टर ए-7 में स्मृति वन के लिए 15.8 हेक्टेयर, औद्योगिक क्षेत्र में तीन डीएसआईआईडीसी के लिए नरेला में 247 हेक्टेयर और बवाना 221 हेक्टेयर और भोरगढ़ में 172 हेक्टेयर भूमि उपलब्ध है। 69 हेक्टेयर में सुरक्षित सिक्योर्ड लैंडफिल फेसेलिटी (एसएलएफ) साइट के अलावा 14.6 हेक्टेयर में अनाज मंडी और 8.5 हेक्टेयर में ई-कचरा प्रबंधन के लिए ईको पार्क के रूप में विकसित करने की भी योजनाएं चल रही हैं।
बेहतर होगी कनेक्टिविटी
नरेला में परिवहन सुविधा को बेहतर बनाने के लिए फेज-4 के तहत रिठाला, बवाना, नरेला कॉरिडोर पर सड़क, रेल व हवाई अड्डे और मेट्रो की कनेक्टिविटी के विकास की भी योजना है।