अनवर चौहान
पाकिस्तान से नेपाल होकर भारत में महंगे हथियार आ रहे हैं। पाक से जिगाना व बेरेटा जैसे हथियार हवाई जहाज से नेपाल पहुंचते हैं। नेपाल से कस्टम विभाग की मिलीभगत से एयरपोर्ट से बाहर निकलते हैं। इसके बाद इंडो-नेपाल बॉर्डर से अवैध तरीके से हथियार भारत पहुंचते हैं और फिर यहां गैंगस्टर को सप्लाई किए जाते हैं। ये खुलासा हथियार सप्लाई करने वाले अतंरराष्ट्रीय गिरोह के पकड़े गए तीन सदस्य मोहम्मद ओवैस उर्फ शमशाद, मोहम्मद अफरोज और मोहम्मद अदनान हुसैन अंसारी ने किया है। यह मॉड्यूल दुबई, पाकिस्तान, नेपाल और भारत से संचालित हो रहा था।
स्पेशल सेल के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस गिरोह ने पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या करने वाले लारेंस बिश्रोई गिरोह के शूटरों को हथियार दिए थे। इस गिरोह के सरगना शाहबाज ने लारेंस बिश्रोई गिरोह को हथियार दिए थे। इस समय शाहबाज राष्ट्रीय जांच एजेंसी की हिरासत हैं। शाहबाज के बाद मोहम्मद ओवैस ने गिरोह की कमान संभाल ली थी।
इस गिरोह के सदस्य पिछले कुछ सालों में पाक से 70 से ज्यादा महंगे हथियार ला चुके हैं। जिगाना व बेरेटा जैसी पिस्टल भारत में नौ लाख रुपये की बिकती है। इस हिसाब से ये करीब पांच से छह करोड़ रुपये के हथियार भारत में बेच चुके हैं। इनके कब्जे से नेपाल से तस्करी करके लाई गई उच्च गुणवत्ता वाली 12 जिगाना, स्लोवाकियाई पिस्तौल व बेरेटा सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल बरामद की गई है।
दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त(स्पेंशल सेल) एचजीएस धालीवाल ने बताया कि इंस्पेक्टर मनेंद्र सिंह को 25 जुलाई को सूचना मिली थी कि हथियारों की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह का सदस्य ओवैस उर्फ शमशाद दिल्ली में अपने सहयोगियों को हथियारों की एक बड़ी खेप देने के लिए शांति वन के सामने, घाटा मस्जिद के पास आएगा। पुलिस टीम ने एसीपी संजय दत्त व सुनील कुमार की देखरेख में घेराबंदी कर आई-20 कार के साथ खुर्जा, बुलन्दशहर, उत्तर प्रदेश निवासी मो. ओवैस उर्फ शमशाद को पकड़ लिया। उसके कब्जे से 10 अर्ध-स्वचालित जिगाना और स्लोवाकियाई पिस्तौल बरामद की हैं।
इससे पूछताछ के बाद इसके सहयोगी मो. अफरोज और अदनान हुसैन अंसारी को भी हजरत निजामुद्दीन इलाके से गिरफ्तार किया गया। इनके पास से एक बेरेटा पिस्तौल, नेपाली मुद्रा, एक नेपाली सिम कार्ड, नेपाली रिचार्ज वाउचर, पिस्तौल की तस्करी के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक विशेष लोहे का बक्सा, एक सेमी-ऑटोमैटिक पिस्तौल और एक होंडा स्कूटी बरामद की गई।
दुबई में बैठा आका चला रहा था गिरोह
आरोपियों ने खुलासा किया कि शाहबाज अंसारी की गिरफ्तारी के बाद मो. ओवैस ने मॉड्यूल प्रमुख का कार्यभार संभाला और उसने सीमा पार हथियारों की तस्करी को जारी रखा। इस गिरोह का सरगना दुबई में बैठा है। दुबई में बैठा ये सदस्य पाकिस्तान में बताएगा कि भारत में कितने हथियार भेजने हैं।
इस मॉड्यूल के पाकिस्तान स्थित सदस्य, ऑर्डर लेने के बाद विशेष रूप से इस उद्देश्य के लिए डिजाइन किए गए एक छिपे हुए लोहे के बक्से में नेपाल को एयर कार्गो से हथियार भेजते थे।
एक बार जब खेप नेपाल पहुंच जाती है तो इस मॉड्यूल के सदस्य कस्टम अधिकारियों की सांठगांठ से इन्हें बाहर निकाल देते थे। एक विदेशी पिस्तौल की कीमत लगभग 2-3 लाख होती है और वे इसे दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के अपराधियों और गैंगस्टरों को लगभग 8-9 लाख में बेचते थे।
नेपाल से पिस्टल लाकर दिल्ली में बेचने वाले दो गिरफ्तार
नेपाल से पिस्टल लाकर दिल्ली में बेचने वाले दो आरोपियों को दिल्ली पुलिस ने बुधवार को कठर्रा गांव से गिरफ्तार किया है। दोनों को साथ लेकर टीम दिल्ली के लिए रवाना हो गई। देवरनियां इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह धामा ने बताया कि कठर्रा गांव के रहने वाले धर्मवीर और किशन नेपाल से पिस्टल लाकर दिल्ली में सप्लाई करते हैं।दोनों के खिलाफ दिल्ली के एक थाने में मुकदमा भी दर्ज है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम काफी समय से दोनों की तलाश कर रही थी। सूचना पर बुधवार को आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।