इंद्र वशिष्ठ
सीबीआई ने ईपीएफओ के  प्रवर्तन अधिकारी को 12 लाख  रुपए  रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। सीबीआई  के प्रवक्ता आर सी जोशी ने बताया कि शिकायतकर्ता से 12 लाख रुपए  रिश्वत मांगने एवं  स्वीकार करने पर  कर्मचारी भविष्य निधि संगठन(ईपीएफओ),दिल्ली के पूर्वी क्षेत्रीय झिलमिल कार्यालय में कार्यरत प्रवर्तन अधिकारी ऋषि राज को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने एक शिकायत के आधार पर कर्मचारी भविष्य निधि संगठन(ईपीएफओ), दिल्ली के पूर्वी क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यरत प्रवर्तन अधिकारी(इंफोर्समेंट अफसर) ऋषि राज सिंह के विरुद्ध मामला दर्ज किया।
 आरोप है कि आरोपी अफसर ने पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार में गुप्ता मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल का निरीक्षण किया एवं शिकायतकर्ता मनोज कुमार  (उक्त अस्पताल में प्रबंधक के रूप में कार्यरत) को सूचित किया कि अस्पताल के रिकॉर्ड में बहुत सारी अनियमितताएं पाई गई, जिसके लिए 1.5 करोड़ रुपए (लगभग) का जुर्माना अस्पताल पर लगाया जाएगा। आरोपी अफसर ऋषि राज ने शिकायतकर्ता को उक्त मामले के निपटारे हेतु जुर्माने की राशि का 20 फीसदी रिश्वत के रूप में भुगतान करने को कहा और  परस्पर बातचीत के पश्चात 12 लाख रुपए की रिश्वत पर सहमति बनी।
शिकायतकर्ता मनोज कुमार ने ऋषि राज द्वारा रिश्वत मांगने की मोबाइल फोन से रिकार्डिंग कर ली। मनोज कुमार ने वह वीडियो सीबीआई को सौंप दिया।
सीबीआई ने जाल बिछाया एवं  आरोपी ऋषि राज को 12 लाख रुपए‌ की रिश्वत मांगने एवं  स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथ पकड़ा। आरोपी  के परिसरों पर तलाशी ली गई।
आरोपी को दिल्ली की  नामित अदालत के समक्ष पेश किया गया।
सीबीआई को आरोपों के सत्यापन के दौरान पता चला कि प्रवर्तन अधिकारी ऋषि राज सिंह ने रीजनल पीएफ कमिश्नर सिद्धार्थ की सांठगांठ से रिश्वत की रकम मांगी।  पीएफ कमिश्नर सिद्धार्थ की भूमिका की जांच की जा रही है।