वरिष्ठ पत्रकार अनवर चौहान
भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवान अपने मेडल लेकर गंगा में बहाने हरिद्दार पहुंचे थे। ठीक ऐन वक्त पर मौके पर पहुंचे किसान नेता नरेश डिकैत ने ऐसा करने से उन्हें रोक लिया। मेडल गंगा में बहाए जाने की पूरी तैयारी थी। वो नज़ारा ही बड़ा ग़मगीन था। जब महिला पहलवान एक दूसरे से लिपट को रो रहे थे। मुख्य मीडियाी ने इस नज़ारे को पूरे देश को दिखाया। किसान नेता ने पहलवानों को समझाया कि ये देश की धऱोहर है इन्हें बहाने से बहतर होगा कि सारे मैडल राष्ट्रपति को सौंप दिए जाऐं। हरिद्दार पहुंचने वालों में बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक अलावा और भी लोग थे। कुल मिला कर अब पहलवानों ने इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठने का फैसला किया है।
नरेश टिकैत के समझाने के बाद लौटे पहलवान
भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत पहलवानों से मिलने मौके पर पहुंचे उन्होंने काफी देर तक पहलवानों को समझाया। उन्होंने पहलवानों को आश्वासन दिया कि वह पहलवानों को इंसाफ दिलाने के लिए वार्ता करेंगे नरेश टिकैत की बात मानने के बाद पहलवान करीब पौने दो घंटे के बाद वापस लौट गए हैं।
केजरीवाल और भगवंत मान ने केंद्र पर साधा निशाना
केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, पूरा देश स्तब्ध है। पूरे देश की आंखों में आंसू हैं। अब तो प्रधान मंत्री जी को अपना अहंकार छोड़ देना चाहिये। इसके अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी ट्वीट किया और लिखा, हमारे देश के अंतराष्ट्रीय पदक विजेता पहलवानों द्वारा केंद्र सरकार से दुखी होकर अपने पदकों को हरिद्वार गंगा जी में बहाने जाना देश के लिए बहुत शर्मनाक है..अगर समय रहते आवाज़ न उठाई गई तो अगली बारी देश के लोकतंत्र की अस्तियों को बहाने की होगी..
राकेट टिकैत ने मेडल विसर्जित न करने की अपील
किसान नेता राकेश टिकैत ने ट्वीट कर पहलवानों को मेडल गंगा में बहाने से रोकने की अपील की है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, यह मेडल देश और तिरंगे की शान है हमारा सभी पहलवानों से अनुरोध है कि ऐसा कदम मत उठाओ। आपने अपने खेल से देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है हमारा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जी से अनुरोध है कि मामले को संज्ञान में लेकर पहलवानों से जल्द बातचीत करें।