अनवर चौहान

दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना की जांचों का दायरा बेशक मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक पहुंचा है, लेकिन शुक्रवार वह साप्ताहिक बैठक में शिरकत करने राजनिवास पहुंचे। इसमें जनहित से जुड़ी दिल्ली सरकार की योजनाओं पर उपराज्यपाल से चर्चा की। इस दौरान केजरीवाल ने विकास कार्यों में तेजी लाने पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली के हक में अगर किसी के पैर पकड़ने पड़े तो वह इससे भी गुरेज नहीं करेंगे।
दरअसल, दिल्ली की चुनी हुई सरकार और उपराज्यपाल के शासनिक ताल्लुकात आरोपों-प्रत्यारोपों से निकलकर निजी स्तर तक जा पहुंचे हैं। उपराज्यपाल के निर्देश पर दिल्ली सरकार के मंत्रियों समेत मुख्यमंत्री तक जांच का दायरा पहुंच गया है। उधर, मुख्यमंत्री के शहर से बाहर होने से पिछले हफ्ते शुक्रवार की साप्ताहिक बैठक नहीं हो सकी थी। इस बार मुख्यमंत्री खुद राजनिवास पहुंचे।
साप्ताहिक बैठक में जनहित से जुड़े मसलों पर विचार हुआ। मुख्यमंत्री ने जोर दिया कि दिल्ली के विकास कार्यों को और गति देने की जरूरत है। साथ ही विभिन्न मुद्दों पर टकराव के बावजूद किसी भी स्थिति में दिल्ली में चल रहे विकास कार्यों को नहीं रुकने देने की प्रतिबद्धता दोहराई।

सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने पर चर्चा

मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के बीच दिल्ली की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए बातचीत हुई। मुख्यमंत्री ने लैंडफिल साइट्स का हटाने से जुड़े काम में तेजी लाने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से हर तरह का सहयोग देने की बात कही। बैठक के बारे में जानकारी देते हुए आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने बताया कि मुख्यमंत्री की सबसे बड़ी प्राथमिकता दिल्ली की जनता है। सारे विवाद अलग हैं, मगर दिल्ली के काम के लिए हम हमेशा साथ रहेंगे। मुख्यमंत्री ने हमेशा कहा है कि दिल्लीवालों के लिए किसी के पैर भी पकड़ने पड़े तो वो करेंगे।

हालिया टकराव पर काम लटकने की उठी बात

मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल के बीच चल रहे टकराव के बीच कयास लगाया जा रहा था कि दिल्ली की जनता की परेशानियां बढ़ेंगी और विकास कार्य प्रभावित होगा। हालांकि, दिल्ली सरकार ने इस बीच सड़क, अस्पताल, जल बोर्ड समेत दूसरे कामों को आगे बढ़ाया। साथ ही मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया कि किसी भी स्थिति में दिल्ली में चल रहे विकास कार्य को रुकने नहीं दिया जाएगा। शुक्रवार की बैठक के बाद भी चुनी हुई सरकार ने स्पष्ट किया है कि जहां दिल्लीवालों का कोई काम होगा, वहां मुख्यमंत्री बातचीत करने जाएंगे।