अनवर चौहान
दिल्ली सरकार ने मीटर रीडिंग में गड़बड़ करने वालों पर सख्त कार्रवाई की है। सरकार ने इससे जुड़े जल बोर्ड के 10 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। वहीं, मीटर रीडिंग करने के लिए आउटसोर्स की गई एजेंसी के 20 कर्मचारी बर्खास्त कर किए गए हैं। वहीं, एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करने के बारे में कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है। लोगों की शिकायतें मिलने के बाद दिल्ली सरकार ने शनिवार को यह कदम उठाए हैं।
दरअसल, पिछले दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पानी के गलत मीटर रीडिंग की शिकायतें मिली थीं। इसे गंभीरता से लेते हुए केजरीवाल ने जल बोर्ड अध्यक्ष सत्येंद्र जैन को सख्त कार्रवाई के आदेश दिए थे। जांच में शिकायतें सही पाई गईं। इसमें जल बोर्ड समेत आउटसोर्स की गई कंपनी के कर्मचारी भी शामिल हैं।
मीटर रीडिंग लेने के मामलों में दोषी पाए गए 30 मीटर रीडर के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इनमें जल बोर्ड के 10 कर्मी निलंबित किए गए हैं। वहीं, मीटर रीडिंग करने वाली एजेंसी के 20 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश भी सरकार ने दिया है।
एजेंसी को कारण बताओ नोटिस
आदेश में कहा गया है कि मीटर रीडर उपभोक्ताओं के मीटर की गलत रीडिंग/बिलिंग करते हुए पाए गए हैं। इसलिए निदेशक (राजस्व) को ये निर्देश दिया जाता है कि वो ऐसी किसी भी अवैध गतिविधियों में शामिल ऐसे मीटर रीडरों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करें। साथ ही सभी के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी से संबंधित धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराई जाए। वहीं संबंधित आउटसोर्स एजेंसी को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे पूछा गया है कि उनके खिलाफ क्यों कार्रवाई न की जाए और कंपनी को ब्लैकलिस्ट किया जाए। सत्येंद्र जैन ने कहा कि भ्रष्टाचार को मिटाने और मौजूदा व्यवस्था में मौजूद परेशानियों को दूर करने के लिए केजरीवाल सरकार प्रतिबद्ध है। इसीलिए दिल्ली जल बोर्ड बिलिंग प्रणाली को पूरी तरीके से पारदर्शी बना रही है।
पिछले बिल की तुलना में पानी की खपत 50 फीसदी से अधिक या कम होने पर मीटर रीडर के टैबलेट से बिलिंग रोकने के लिए एक सिस्टम चेक होगा। मीटर रीडिंग द्वारा लिए गए फोटो के अनुसार पानी की खपत की पुष्टि के बाद ही जेडआरओ कार्यालय से बिल जनरेट किया जा सकता है।राजस्व अधिकारी सिस्टम में रेंडम आधार पर रोजाना मीटर रीडिंग इमेज ऑडिट करेंगे। इससे व्यवस्था पारदर्शी होगी। सिस्टम में हेरफेर की संभावना नहीं रहेगी। दिल्ली जल बोर्ड अपने विजिलेंस सिस्टम को मजबूत करेगा। यदि मीटर रीडिंग फोटो में किसी प्रकार की गड़बड़ी होगी, तो मीटर रीडर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस वक्त बोर्ड के 41 जोन में लगभग 26.50 लाख उपभोक्ताओं की रीडिंग लेने वाले लगभग 900 मीटर रीडर हैं। इनमें से लगभग 18 लाख उपभोक्ता मुफ्त पानी योजना के तहत जीरो बिल का लाभ उठाते हैं।
मीटर रीडर के लिए रोटेशन सिस्टम भी बिलिंग सिस्टम को मजबूत और पारदर्शी बनाने में मदद करेगा। इस रोटेशन सिस्टम में हर बिलिंग साइकल में मीटर रीडर्स बदले जाएंगे। इससे मीटर रीडर और ग्राहक में किसी भी प्रकार का संबंध नहीं बनेगा, जिसके कारण किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार को खत्म किया जा सकेगा।