अनवर चौहान
कोरोना वायरस की दहशत ने मुर्गे के कारोबार को तगड़ी चोट पहुंचाई है। लोग मांसाहार खाने से बच रहे हैं जिसकी वजह से मुर्गे का रेट लगातार गिरता जा रहा है। जिससे पोल्ट्री फॉर्म संचालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। हालत ये है कि क्षेत्र में इन दिनों मुर्गे का रेट कद्दू, बैगन से भी कम हो गया है।
अभी तक मांसाहार खाने से कोरना वायरस फैलने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन अफवाहों की वजह से लोग नॉनवेज खाने से परहेज कर रहे हैं। जिसकी वजह से मुर्गे के कारोबार को काफी झटका लगा है। शुक्रवार को मुर्गे का थोक रेट 24-25 रुपये प्रति किलो पर आ गया। 15 सालों से पोल्ट्री फॉर्म चल रहे कोटवां के लालबाबू यादव ने बताया कि मुर्गे का इतना कम रेट कभी नहीं हुआ।
राजकुमार सिंह ने बताया कि मुर्गे का रेट गिरने की वजह से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। 30 रुपये का चूजा खरीदा गया था लेकिन अब तैयार होने के बाद 24 से 25 रुपये में बिक रहा है।