अनवर चौहान
दिल्ली सरकार के पेट्रोल, डीजल पर वैट घटाने से इनकार करने के विरोध में सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के 400 पेट्रोल पंप और उनसे जुड़े सीएनजी पंप बंद रहेंगे. दिल्ली पेट्रोल डीलर्स एसोसिएशन (डीपीडीए) ने यह जानकारी दी. इसके अलावा दिल्ली सरकार की नीतियों के खिलाफ सोमवार को ऑटो रिक्शा और टैक्सी यूनियनों ने हड़ताल में जाने का निर्णय लिया है.
ओला, उबर के खिलाफ जहां टैक्सी व आटो चालक सोमवार को चक्का जाम कर रहे है, वहीं डीटीसी के अनुबंधित कर्मचारी दूसरे विभागों के अनुबंधित कर्मचारियों के साथ सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने जा रहे है. इससे दिल्ली में बस सेवाएं प्रभावित रहेगी. क्योंकि बस परिचालन की अधिकतम जिम्मेदारी अनुबंधित कर्मचारियों पर निर्भर है.
ऑल इंडिया टूर एंड ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष और संयुक्त फोरम समन्वयक इंदरजीत सिंह ने बताया कि संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा विरोध स्वरूप एक दिन का ‘चक्का जाम’ किया जाएगा क्योंकि सरकार हमारी शिकायतों को सुनने में नाकाम रही है.
ओला, उबर के खिलाफ आटो-टैक्सी का चक्का जाम
ओला, उबर को नियमित करने और उनका न्यूनतम किराया बढ़ाने समेत अलग-अलग मागों को लेकर बीते कई दिनों से राजघाट पर प्रदर्शन कर रहे आटो व टैक्सी चालकों ने सुनवाई नहीं होने पर सोमवार को चक्का जाम करेंगे. संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले इसमें 15 से अधिक टैक्सी और आटो संगठन शामिल हो रहे है. ओला, उबर के साथ काम करने वाले टैक्सी चालकों के अलावा इसमें काली-पीली, रेडियो, इकोनामी टैक्सी और आटो भी शामिल हो रहे है. मोर्चा का आरोप है कि इन कंपनियों के न्यूनतम किराया आटो से भी कम है. इसके चलते आटो चालक बेरोजगार हो रहे है.
उन्होंने कहा कि सरकार की गलत परिवहन नीतियों और कैब समूहों द्वारा कम किराये लेने के चलते ऑटो रिक्शा और टैक्सी चालकों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा. उन्होंने कहा कि मान्यता प्राप्त एसोसिएशन के हजारों सदस्य और संबद्ध संघ हड़ताल पर चले जाएंगे तथा रविवार को शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे. सिंह ने कहा कि उनके द्वारा दिए गए बातचीत के प्रस्ताव पर राज्य सरकार की प्रतिक्रिया का संघर्ष समिति इंतजार कर रही है.