सफदर रिज़वी

उमरा और करबला की जियारत के लिए कारवाने सैयदुस्साजदीन टूर एंड ट्रेवल्स ने देश भर के जायरीन को सस्ती जियारत कराने की लालच देकर करोड़ों रुपए इकटठा किए थे लेकिन आज कारवान के खाते मेंबैलेंस जीरो यानि मात्र 50 रुपए हैं जबकि करंट खाते में कम से कम 5 हजार रुपए होने जरुरी है। जियारत कराए बिना ही जायरीन का यह पैसा कहां गया, इसका सही जवाब नहीं मिल पा रहा है। कारवान का चेयरमैन अल्ताफ आब्दी जायरीन के साथ धोखाधड़ी करने के आरोप में बग्लौर एअरपोर्ट से गिरफतार किया जा चुका है।
 कारवान सैयदुस्साजदीन टूर एंड ट्रेवल्स की स्थापना दो साल पहले की गई थी। देश में सौ से ज्यादा एजंट बनाए गए और उनके जरिए लुभावने वादे और सस्ते में उमरा और करबला की जियारत कराने के लिए लोगों से करोड़ों रुपए इकटठा किए गए। शुरु में कुछ लोगों को 18000, 25000 और 36000 में जियारते कराई गईं। इसके बाद तो लोग विज्ञापन छपने का इंतजार करते थे कि कब जियारत के लिए कारवान बैंक में पैसा जमा कराने के लिए कहे। विज्ञापन के बाद लोग पागलों की तरह कारवान के खातें पैसा जमा कराते थे।  कारवान सैयदुस्साजदीन टूर एंड ट्रेवल्स का खाता एक्सिस बैंक में है। इसी बैंक में अल्ताफ का भी खाता है। कारवान के खाते में थोड़ा थोड़ा करके जो पैसा जमा होता था उसे दस लाख या पांच लाख का चेक काटकर अल्ताफ के खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता था और आज हालत यह है कि कोई भी कारवान या अल्ताफ के खाते से पैसा वसूल नहीं सकता। अल्ताफ के खाते में मात्र 5 हजार रुपए बचे हैं ता कारवान के खाते में 50 रुपए।
    अल्ताफ की तरफ से जायरीन को धोखा देने का सिलसिला पहले दिन से लेकर आज तक जारी है। अल्ताफ लोगों को उसी तरह आडियो संदेश भेजा करता है जैसे कभी ओसामा बिन लादेन संदेश भेजा करता था। अल्ताफ से लोगों की नाराजगी की बड़ी वजह लोगों का फोन नहीं सुनना है। वह अपने दलालों के मार्फत अपना संदेश भेजकर चिकनी चुपड़ी बातें करके फुसलाता है और एक की जगह दो जियारतें कराने की बात करके शांत रहने की अपील करता रहा है। लेकिन कड़प्पा के लोग इसके फुसलानें में नहीं आए और इसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी। इतना ही नहीं देश के दूसरे हिस्से के लोगों ने भी थानों शिकायत दर्ज करा के पासपोर्ट और पैसे वापस दिलवाने के लिए कार्रवाई करने की मांग की है। जानकारों का मानना है लोगों ने इसे धंघा बना लिया है। लोगों से पैसा लेकर दूसरे काम धंदो में लगा लेते है। इसके लिए हैदराबाद अच्छी जगह है। धोखाधड़ी करने के बाद कई ट्रेवल्स वाले हैदराबाद में काम कर रहे हैं जबकि अदालत से उनके खिलाफ वारंट तक जारी हो चुका है। लेकिन बेधड़क हैदराबाद में पुलिस प्रशासन से सांठगांठ करके काम कर रहे है। ऐसा करने वाला लारेब टूर का मालिक मुजफ़फ़र हुसैन है। यह लखनऊ में सैंकडों जायरीन के साथ फ्राड करके उनका पैसा लेकर भागा हुआ है और आजकल हैदराबाद से काम कर रहा है। लखनऊ की एक अदालत ने धोखाधड़ी के आरोप में मुजफफर के खिलाफ वारंट जारी किया है।