अनवर चौहान

नई दिल्ली. नरेंद्र मोदी ने सभी चुनाव (लोकसभा, विधानसभा, लोकल बॉडी और पंचायत चुनाव) एकसाथ कराने की बात कही है। एक चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने ये भी कहा कि जो जातिगत राजनीति हो रही है, ये देश का दुर्भाग्य है। 2019 के चुनाव में जीत के सवाल पर मोदी ने कहा कि ये सोचकर मैं वक्त बर्बाद नहीं करता। मुझे सवा सौ करोड़ लोगों की चिंता है।
चुनाव त्योहार की तरह
न्यूज एजेंसी के मुताबिक जी-न्यूज को दिए करीब एक घंटे के इंटरव्यू में मोदी ने कहा, "चुनावों को त्योहार खासकर होली की तरह होना चाहिए। यानी आप उस दिन किसी पर रंग या कीचड़ फेंके और अगली बार तक के लिए भूल जाएं।`` मोदी के मुताबिक, "देश हमेशा इलेक्शन मोड में रहता है। एक चुनाव खत्म होता है तो दूसरा शुरू हो जाता है।`` "मेरा विचार है कि देश में एकसाथ यानी 5 साल में एक बार संसदीय, विधानसभा, सिविक और पंचायत चुनाव होने चाहिए। एक महीने में ही सारे चुनाव निपटा लिए जाएं।``  "इससे पैसा, संसाधन, मैनपावर तो बचेगा ही, साथ ही सिक्युरिटी फोर्स, ब्यूरोक्रेसी और पॉलिटिकल मशीनरी को हर साल चुनाव के लिए 100-200 दिन के लिए इधर से उधर नहीं भेजना पड़ेगा।``
 देश का बोझ कम हो जाएगा
मोदी ने कहा कि एकसाथ चुनाव करा लिए जाते हैं तो देश एक बड़े बोझ से मुक्त हो जाएगा। अगर हम ऐसा नहीं कर पाते तो ज्यादा से ज्यादा संसाधन और पैसा खर्च होता रहेगा।  2018 में 8 राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं जबकि 2019 में लोकसभा इलेक्शन होने हैं।  क्या आप एक साथ चुनाव कराने का टारगेट हासिल कर लेंगे, मोदी ने कहा, "ये किसी एक पार्टी या एक व्यक्ति का एजेंडा नहीं है। देश के फायदे के लिए सबको मिलकर काम करना होगा। इसके लिए चर्चा होनी चाहिए।``
जातिगत राजनीति देश के लिए खतरनाक
मोदी ने कहा कि जातिगत राजनीति देश के लिए खतरनाक है। अगर ऐसा अभी तक हो रहा है तो ये देश का दुर्भाग्य है। जीडीपी में गिरावट को लेकर हो रही आलोचना पर कहा कि किसी को इस आलोचना का बुरा नहीं मानना चाहिए। यही लोकतंत्र की ताकत है। हर चीज का एनालिसिस होना चाहिए। अच्छे काम की तारीफ और बुरे काम की आलोचना होनी चाहिए। "लेकिन कई बार आलोचना नहीं रह जाती, आरोप-प्रत्यारोप ज्यादा हो जाते हैं। ये अच्छा है कि देश में जीडीपी, एग्रीकल्चरल-इंडस्ट्रियल ग्रोथ और स्टॉक मार्केट के बारे में चर्चा चल रही है।``
जीएसटी-नोटबंदी के अलावा भी हैं हमारे अचीवमेंट्स
मोदी ने कहा कि केवल जीएसटी-नोटबंदी ही हमारे अचीवमेंट्स में शामिल नहीं है। हमारी सरकार ने बैंकिंग सुधार, टॉयलेट बनवाने, यूरिया और गांवों में बिजलीकरण को लेकर काफी काम किया है।"मैं आर्थिक मोर्च पर किए कई सुधारों को बता सकता हूं, जिसे आप पूरे हफ्ते जी-न्यूज पर चला सकते हैं।`` नई नौकरियों के सवाल पर मोदी ने कहा कि पीएफ स्कीम में 70 लाख लोग एनरोल हो चुके हैं। मुद्रा योजना के तहत 10 करोड़ लोग लोन ले चुके हैं। सरकार नए जॉब भी ला रही हैं।