नई दिल्ली: चुनावों के मौसम में कोई भी पार्टी कुछ भी हल्के में नहीं लेना चाहती है इसलिए ईवीएम के इस्तेमाल को लेकर ट्रेनिंग दी जा रही है. कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों को ईवीएम की हर बारीकी को समझाने के लिए ट्रेनिंग दे रही है. कांग्रेस ने अगर जैमर की मांग की है तो बीजेपी और भी ज्यादा हैलीकॉप्टर पैड की मंजूरी चाहती है. गांधीनगर के चुनाव आयोग दफ्तर तक हर रोज नई मांग पहुंच रही है. गुजरात चुनाव: पहले चरण के प्रचार का आखिरी दिन, PM मोदी 10 हजार कार्यकर्ताओं से फोन पर करेंगे संवाद
कांग्रेस हर उम्मीदवार के चुने हुए नुमाइंदों को ट्रेनिंग दे रही है और इसके लिए सॉफ्टवेयर इंजीनियर और एनजीओ की मदद ले रही है. कांग्रेस ने पांच प्रतिशत मशीनों की 1000 बार जांच के निर्देश दिए हैं. ईवीएम सेशन के लिए गए नुमाइंदे भावीन परमार ने बताया कि हमें ईवीएम मशीनों की सील चेक करने को कहा गया है और ये भी देखने को कहा गया है कि कहीं कांग्रेस के चिन्ह पर कोई सफेद पर्ची तो नहीं लगी. कांग्रेस को आशंका है कि बीजेपी चुनावों में गड़बड़ी कर सकती है इसीलिए उसने चुनाव आयोग को सुझाव दिया है.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि यूपी चुनावों के बाद आशंकित है, हम सभी केंद्रों और बूथों के 25 फीसदी वीवीपैट की गिनती चाहते हैं. हालांकि चुनाव आयोग का दावा है कि ईवीएम से छेड़छाड़ हो ही नही सकती, उसे हर तरह से जांचा जा चुका है. किसी भी तरह के शक को लेकर प्रशासनिक सुरक्षा और चेक एंड बैलेंसेज बेहद पुख्ता है जो किसी भी तरह की आशंका नहीं होनी चाहिए.