वॉशिंगटन. अमेरिका ने पाकिस्तान से दो टूक कहा है कि अगर वो अपनी जमीन पर मौजूद आतंकी पनाहगाहों को खत्म नहीं करता तो अमेरिका इन ठिकानों को तबाह करने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। अमेरिका की तरफ से यह वॉर्निंग CIA चीफ माइक पॉमपियो ने दी है। दूसरी तरफ, यूएस डिफेंस सेक्रेटरी (रक्षा मंत्री) जिम मैटिस सोमवार को पाकिस्तान पहुंचे। यहां वो पाक पीएम शाहिद खकान अब्बासी और आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से मिलेंगे। पेंटागन चीफ बनने के बाद मैटिस की पाकिस्तान की यह पहली विजिट है।
CIA डायरेक्टर का रुख बेहद सख्त
अमेरिका ने साउथ एशिया के लिए नई पॉलिसी बनाई है। इसके बाद से पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्तों में तनाव देखा जा रहा है। इस पॉलिसी में पाकिस्तान पर आतंकी गुटों खासकर हक्कानी नेटवर्क और तालिबान पर सख्त कार्रवाई करने का दबाव है।CIA चीफ माइक पॉमपियो ने रीगन नेशनल डिफेंस फोरम के एक प्रोग्राम में पाकिस्तान को सीधे-सीधे वॉर्निंग दी। पॉमपियो ने कहा- मैटिस पाकिस्तान को बताएंगे कि प्रेसिडेंट ट्रम्प और अमेरिका क्या चाहता है। हम चाहेंगे कि पाकिस्तान हमारी बात माने। हम अफगानिस्तान में जो करना चाहते हैं, उसमें वो मदद करे। CIA चीफ ने आगे कहा- अगर पाकिस्तान उन टारगेट्स को हासिल नहीं कर पाता है जो हमने बताए हैं तो हम वो हर मुमकिन कदम उठाएंगे, जिससे ये तय किया जा सके कि पाकिस्तान में आतंकी पनाहगाहें अब और नहीं चल सकतीं।
13 साल से ड्रोन हमले कर रहा है अमेरिका
पाकिस्तान के अखबार ‘द डॉन’ के मुताबिक- अमेरिका 2004 से पाकिस्तान के फाटा इलाके में ड्रोन हमले कर रहा है। हाल की मीडिया रिपोर्ट्स में साफ हो जाता है कि ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन ये हमले अब और अंदरूनी इलाकों में कर सकता है। पॉमपियो के पहले लियोन पैनेटा CIA चीफ थे। उन्होंने कहा- पाकिस्तान हमारे लिए हमेशा से एक दिक्कत रहा है। वहां आतंकियों के लिए कई पनाहगाहें मौजूद हैं। ये आतंकी अफगानिस्तान में आकर हमले करते हैं और फिर पाकिस्तान में मौजूद अपने सुरक्षित ठिकानों पर लौट जाते हैं। पैनेटा ने कहा- हमने ओबामा सरकार के दौरान पाकिस्तान की इन हरकतों को रोकने की हर मुमकिन कोशिश की। लेकिन, पॉमपियो भी जानते हैं कि पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई में हमेशा दोमुंहा रवैया अख्तियार करता है।
पाकिस्तान एक सवालिया निशान है
पैनेटा ने कहा- एक तरफ तो पाकिस्तान कहता है कि उसे आतंकवाद पसंद नहीं है। लेकिन, उसके देश के आतंकी जब अफगानिस्तान और भारत में हमले करते हैं तो उसे इनसे कोई फर्क नहीं पड़ा। सच्चाई ये है कि पाकिस्तान हमेशा से अमेरिका के लिए एक सवालिया निशान रहा है। CIA चीफ माइक पॉमपियो से जब यह पूछा गया कि क्या पाकिस्तान के रुख में कोई बदलाव आया है? उन्होंने कहा- फिलहाल तो नहीं। लेकिन, डिफेंस सेक्रेटरी ने अक्टूबर में ही साफ कर दिया था कि अमेरिका पाकिस्तान को एक और मौका देगा। इसके बाद जो जरूरी होगा वो किया जाएगा।
मैटिस ने क्या कहा?
पाकिस्तान पहुंचने के पहले यूएस डिफेंस सेक्रेटरी मैटिस ने मीडिया से कहा- हमारी नई साउथ एशिया पॉलिसी के तहत हम तालिबान को हराने के लिए पाकिस्तान की मदद चाहते हैं। अमेरिका को उम्मीद है कि जब तक उन्हें हराया नहीं जाता तब तक वो अफगानिस्तान सरकार के आगे नहीं झुकेंगे। मैटिस ने कहा कि वो उम्मीद करते हैं कि आतंकवाद के खिलाफ जंग लड़ने के लिए पाकिस्तान ने जो वादे किए हैं, वो उन्हें जरूर पूरा करेगा।
भास्कर