हरियाणवी लोक गायिका हर्षिता दहिया की हत्या के मामले को पुलिस ने सुलझाने का दावा किया है। पुलिस का कहना है कि इस हत्या की साजिश जेल में रची गई थी। ये साजिश किसी और ने नहीं बल्कि हर्षिता के जीजा दिनेश पाठक ने रची है। वहीं इससे पहले हर्षिता की बहन ने भी कहा था कि उसके पति ने ही मेरी बहन की हत्या कराई है।
सब इंस्पेक्टर और जांच अधिकारी कंवर सिंह ने बताया कि दिनेश पाठक पर हर्षिता की मां की हत्या और उसके बलात्कार का भी आरोप है। उन्होंने कहा कि हर्षिता अपनी मां की हत्या के मामले में गवाह भी थी और उसकी हत्या गवाह को रास्ते से हटाने के लिए किया गया। पुलिस ने हर्षिता की हत्या के बाद दिनेश को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर रिमांड पर लिया था। पूछताछ के दौरान दिनेश ने बताया कि उसने अपने साथी जितेंद्र गोगी के साथ मिलकर जेल में हत्या की साजिश रची थी।
पुलिस का कहना है कि जितेंद्र गोगी एक हिस्ट्रीशीटर है और जेल से भगोड़ा है। पुलिस अब दिनेश से अब गोगी और उसके साथी कुलदीप उर्फ फज्जा के ठिकानों का पता लगा रही है। जांच अधिकारी ने बताया कि हर्षिता की हत्या 7 एमएम की पिस्टल से की गई थी।
हर्षिता के शव का पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर राजीव मान ने कहा कि उसके शरीर पर 7-8 गोलियों के घाव थे। तीन गोलियां बरामद हुई हैं। इनमें से एक गोली हर्षिता के छाती के नीचे वाले हिस्से व दो पिछले हिस्से से मिली हैं। शेष गोलियां शरीर के पार हो गईं। गोलियों के अलावा शरीर के किसी हिस्से में चोट का कोई निशान नहीं मिला है।गौरतलब है कि मंगलवार शाम काले रंग की कार में सवार बदमाशों ने हर्षिता को गोलियों से छलनी कर डाला था। हर्षिता कुरुक्षेत्र के सांसद राजकुमार सैनी की प्रस्तावित रैली के विरोध में हुई एक बैठक से लौट रही थी। वह अपनी कार से सोनीपत की तरफ जा रही थी। पानीपत के पास इसराना में एक कार ने उन्हें ओवरटेक किया। बदमाशों ने हर्षिता की कार में सवार तीन अन्य लोगों को नीचे उतारकर उसे गोली मार दी।