(अनवर चौहान) नई दिल्ली। अमित शाह के कानपुर दौरे ने उत्तर प्रदेश भाजपा की कलई खोली.....अमित शाह की बैठक में भाजपा के दिग्गज नेता नदारत थे.....शहर में लगे अमितशाह और मोदी के पोस्टरों पर कालिख पोती गई....इससे पहले पार्टी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आड़वानी का मोदी के बारे में तीखा बयान....फिर मुर्ली मनोहर जैसे दिग्गज नेता का मोदी की योजना को लेकर बरसना कोई बेसबब नहीं है। बिहार भाजपा में भी सबकुछ ठीकठाक नहीं है। बिहार में विधानपरिषद चुनाव नतीजों पर बॉलीवुड अभिनेता और भाजपा नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि इन चीजों पर ज्यादा इतराने की जरूरत नहीं है। यह चुनाव किसी के पक्ष में नहीं गया है। एमएलसी का चुनाव आम जनता का चुनाव नहीं है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि सही मायने में यह चुनाव परिणाम किसी के पक्ष में नहीं गया है। शत्रुघ्न सिन्हा के इस बयान से साफ है कि बिहार भाजपा में सबकुछ ठीक नहीं है। जहां भाजपा के नेता एमएलसी के चुनाव नतीजों पर खुशी मना रहे हैं वहीं शत्रुघ्न सिन्हा का यह बयान कुछ अलग ही इशारा कर रहा है।पटना. बिहार में विधान परिषद चुनाव (एमएलसी) में एनडीए गठबंधन के शानदार नतीजों पर पार्टी के ही नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने तंज कसा है। सिन्हा ने रविवार को कहा कि इन नतीजों को लेकर बीजेपी को ज्यादा इतराने की जरूरत नहीं है। शत्रुघ्न ने कहा, `` एमएलसी का चुनाव आम चुनाव नहीं होता है। वैसे भी ये चुनाव परिणाम किसी के पक्ष में नहीं गया है। इस कारण हमें इसपर इतराने की जगह आने वाले विधानसभा चुनाव पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। बता दें कि एमएलसी चुनाव में आरजेडी-जेडीयू-कांग्रेस गठबंधन को 10 सीटें मिलीं, वहीं बीजेपी ने 11 सीटों पर जीत हासिल की। उसकी सहयोगी पार्टी एलजेपी को एक सीट से संतोष करना पड़ा। चौंकाने वाली बात ये है कि सिन्हा ने लालू और नीतीश की जोड़ी को बड़ा मजबूत बताया। उन्हों ने कहा कि ये दोनों बिहार के टेस्टेड नेता हैं। इनका जनाधार है, इसे ध्यान में रखते हुए पार्टी को अपनी आगे की रणनीति बनानी चाहिए। भाजपा के खेमे के लिए संकेत अच्छे नहीं हैं.....दरअसल रार की जड़ सीनियर्टी और जूनियर्टी है। पार्टी का एक खेमा आड़वानी और मुर्ली मनोहर जोशीा के संग खड़ा है तो दूसरा खेमा मोदी और शाह की हिमायत कर रहा है।