अनवर चौहान
गाजीपुर लैंडफिल साइट पर अब कचरा नहीं डाला जाएगा। इस साइट की जगह अब लोकल एजेंसी भलस्वा लैंडफिल साइट का प्रयोग करेंगी। गाजीपुर में हुए हादसे के बाद उपराज्यपाल अनिल बैजल ने शनिवार को इस बाबत आदेश जारी किए हैं। इस व्यवस्था को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। सुरक्षा के लिहाज से इस साइट के आसपास पर यातायात रूट में भी परिवर्तन किया गया है।
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने गाजीपुर लैंडफिल साइट पर हुई दुर्घटना को देखते हुए तत्काल उपायों के लिए एक आपात बैठक की। इस बैठक में पूर्वी दिल्ली के निगमायुक्त (एनएचएआई के महाप्रबंधक) प्रधानायुक्त लैंड डीडीए लैंडफिल साट प्रबंधन के विशेषज्ञ तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। उपराज्यपाल महोदय ने बैठक के प्रारंभ में शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और इस मामले पर चिंता जाहिर की। उन्होंने निर्देश दिए कि आज से गाजीपुर लैंडफिल साइट पर ठोस कचरा और किसी अन्य प्रकार की गाद आदि नहीं डाली जाएगी। पूर्वी निगम अपने इकट्ठे हुए कूड़े कचरे को तुरंत किसी अन्य वैकल्पिक जगह पर भेजगा। विशेषायुक्त यातायात को आदेश दिए गए कि वह लोगों की सुरक्षा के लिए यातायात के लिए तुरंत वैकल्पिक मार्ग सुनिश्चित करे। इस संबंध में यातायात पुलिस एक सलाह जारी करेगी और मुख्य स्थानों पर उचित मार्ग सूचक भी लगाएगी।
एनएचएआई के महाप्रबंधक ने उपराज्यपाल महोदय को आश्वस्त किया कि एनएचएआई नवम्बर 2017 तक ठोस कचरा उठाने, अलग-अलग करने और प्रसंस्करण की प्रक्रिया शुरू करेगा, जिसके लिए आवश्यक कार्यवाही तेजी से की जा रही है। इस कूड़ा कचरे का इस्तामल सड़कों के निर्माण के लिए किया जाएगा और पूरी लैंडफिल साइट 02 साल में साफ कर ली जाएगी।