बच्चों के विवाद में दबंगों की पिटाई से जख्मी हुई गर्भवती का मंगलवार को सड़क किनारे प्रसव हो गया। उसने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया है। मदद के लिए एम्बुलेंस को फोन किया गया। मौके पर एम्बुलेंस देर से पहुंची। लिहाजा खून से लथपथ महिला और उसके बच्चे धूप में तड़पते रहे। इलाज के अभाव में बच्चों ने सड़क पर ही दम तोड़ दिया। महिला को सीएचसी में भर्ती कराया गया है। वहां उसकी हालत गम्भीर बनी है। डॉक्टरों का कहना है कि महिला के पेट पर कई वार किए गए थे। जिससे समय पूर्व प्रसव हो गया।
हुजूरपुर थाना क्षेत्र के ग्राम भिटिया के मजरा त्रिभुवनदत्त पुरवा की रहने वाले रघुनाथ के बच्चों का पड़ोसी के बच्चों से किसी बात पर विवाद हो गया। जिसका उलहना लेकर रघुनाथ ही पत्नी ऊषा देवी विपक्षियों के घर गई थीं। वहां विपक्षियों ने अपने बच्चों की गलती मानने के बजाए ऊषा से गाली-गलौज शुरू कर दी। आरोप है कि ऊषा के विरोध पर विपक्षियों ने गर्भवती ऊषा के पेट पर कई लातें मारीं। जिससे उसे रक्तस्राव हो गया। पीड़िता ने इसकी शिकायत हुजूरपुर थाने में की थी। मंगलवार दोपहर पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाया था। ऊषा का आरोप है कि पुलिस ने पति पर दबाव बनाकर जबरन सुलह करा दी थी। जिससे वह नाराज होकर वह पैदल ही घर की ओर चल दी। रास्ते में ही उसे प्रसव पीड़ा शुरू हो गई और वह गिर गई।