नई दिल्ली: गुजरात में मंगलवार को राज्यसभा की एक सीट के लिए जो सियासी ड्रामा आधी रात तक चला संसदीय इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा. सवाल इस बात का भी खड़ा हो गया है कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में क्या एक सीट दो दलों के बीच नाक की लड़ाई बनकर रह जाएगी. वह भी इतनी बड़ी की विधायकों की खरीद-फरोख्त की खबरों से लेकर उनको कर्नाटक के रिसॉर्ट में बंधक तक बन दिया गया ताकि वह पार्टी छोड़कर कहीं भाग न जाएं. इन सबके बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का ट्वीट भी चर्चा का विषय बना हुआ है. हमेशा धर्मनिरपेक्षता की दुहाई देने वाले दिग्विजय सिंह को इस चुनाव में क्षत्रिय धर्म निभाने की बात कर डाली. दरअसल, शंकर सिंह वघेला के अचानक पार्टी छोड़कर जाने के बाद से कांग्रेस को अंदाजा हो गया था कि उसको तगड़ा नुकसान हो गया है और इसी चक्कर में अहमद पटेल की राज्यसभा सीट भी फंसती नजर आई. बाघेला को मनाने के लिए कांग्रेस नेताओं ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. इस पूरी कवायद में दिग्विजय सिंह ने भी आखिरी कोशिश की और ट्विटर पर मोर्चा जमा लिया और बाघेला को कई पुरानी बातें याद दिलाई. दिग्विजय सिंह यहीं रूक जाते तो ठीक था, लेकिन हमेशा धर्म निरपेक्षता की बातें करने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम ने शंकर सिंह को बाघेला को क्षत्रिय धर्म की याद दिला डाली. उन्होंने लिखा `मत भूलिए कि कांग्रेस ने आपके लिए क्या किया है. आप एक राजपूत हैं. कृपया अहमद भाई की जीत सुनिश्चित कीजिए. वह हमारे दोस्त और समर्थक रहे हैं`. इतना ही नहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी तंज कसते हुए वाघेला को अपने पुराने चेले को समर्थन न करने की अपील की. उन्होंने अपने दूसरे ट्वीट पर लिखा ` कांग्रेस के साथ जो भी मुद्दे हैं उन्हें पार्टी के भीतर सुलझा लेंगे. धोखा मत दीजिए और न अपने पुराने चेले का समर्थन कीजिए. जो पूरे देश को अपने हिसाब से चला रहा है.` दिग्विजय सिंह के इस बयान पर लोगों ने जमकर प्रतिक्रिया दी।