दार्जिलिंग में गोरखालैंड समर्थकों ने एक पुलिस चौकी, एक टॉय ट्रेन स्टेशन में आग लगा दी और दो जगहों पर पुलिस के साथ झड़प हुई। पश्चिम बंगाल से अलग राज्य की मांग को लेकर आंदोलन का प्रसार करने वाले गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने दावा किया कि पुलिस गोलीबारी में तीन युवकों की मौत हो गई और वार्ता के लिए सीएम ममता बनर्जी की पेशकश को ठुकरा दिया। हालांकि पुलिस ने बताया कि गोलीबारी की उन्हें खबर नहीं है। जीजेएम ने शनिवार को एक बयान में कहा ममता और राज्य सरकार के साथ बातचीत का रास्ता हमेशा के लिए बंद हो चुका है। सोनादा में हिंसा की ताजा घटना होने के बाद दार्जिलिंग हिल्स में फिर से सेना तैनात की गई। शुक्रवार रात कथित पुलिस गोलीबारी में एक युवक के मारे जाने के बाद वहां गोरखालैंड समर्थकों ने एक पुलिस चौकी और एक ट्रॉय ट्रेन स्टेशन फूंक दिया।
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) कार्यकतार्ओं और गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) की भी सोनादा और चौकबाजार में झड़प हुई। वहीं, इस पर्वतीय क्षेत्र में अनिश्चिचतकालीन बंद 24 वें दिन भी जारी रहा। रक्षा सूत्रों ने बताया कि हिंसा की ताजा घटना के मद्देनजर सोनादा और दार्जिलिंग में करीब सौ-सौ कर्मियों की सेना की दो टुकडि़यां तैनात की गई है।
जीएनएलएफ प्रवक्ता नीरज जिम्बा ने दावा किया कि सुरक्षा बलों ने बीती रात युवक ताशी भुटिया की गोली मार कर हत्या कर दी, जब वह सोनादा में दवा खरीदने गया था। गोलीबारी के बारे में पूछे जाने पर पुलिस महानिरीक्षक जावेद शमीम ने कहा, जांच के बाद इस बारे में पता चल पाएगा। युवक की मौत की खबर फैलते ही गोरखालैंड के सैकड़ों समर्थक सड़कों पर उतर आए और पुलिस ज्यादती के खिलाफ नारेबाजी की। जीजेएम ने कहा कि वह चौकबाजार इलाका और दार्जिलिंग में शव के साथ रैली निकालेगा। केंद्र सरकार ने कहा कि यह आंदोलन खत्म करने के लिए जीजेएम और पश्चिम बंगाल सरकार के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने को इच्छुक है। अनिश्चितकालीन बंद से रसद आपूर्ति पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। ऐसे में जीजेएम और विभिन्न एनजीओ ने लोगों के बीच भोजन बांटा है। दवा दुकानों को छोड़कर सारी दुकानें, स्कूल, कॉलेज बंद रहें। इंटरनेट सेवाएं 21 वें दिन भी बंद रही। पुलिस और सुरक्षा बलों ने सड़कों पर गश्त किया और प्रवेश एवं निकास द्वारों पर निगरानी रखे हुए है।