(अनवर चौहान) बगदाद. किसी को सरेआम जिंदा जलाकर, किसी का गला काटकर, सामूहिक क़त्ल करने वाले 45 आतंकी आज खुद मौत का शिकार बन गए। इराक के मोसुल शहर में जहरीला खाना खाने से इस्लामिक स्टेट के 45 आतंकियों की मौत हो गई है। सभी आतंकियों ने इफ्तार पार्टी के तहत रोजा खोलने के लिए शाम को खाना खाया था। रोजा खोलने के कुछ मिनटों बाद ही कम से कम 45 आतंकियों की मौत हो गई। खाना जहरीला कैसे हुआ, यह मालूम नहीं चल पाया है, लेकिन इसे सामूहिक हत्या माना जा रहा है। हालांकि, इस खबर की पुष्टि नहीं हो सकी है। कुर्दिश पार्टी ने दिया बयान, पर आईएसआईएस चुप कुर्दिश डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रवक्ता सईद ममोजेनी ने बताया कि मोसुल में इफ्तारी का आयोजन किया गया था। लेकिन आईएसआईएस की तरफ से इस बारे में कोई बयान नहीं दिया गया है। कुर्द लड़ाका शेफ बनकर पहले मिला चुका है जहर नवंबर, 2014 में भी इस तरह की एक खबर आई थी, जिसमें दावा किया गया था कि एक कुर्द लड़ाके ने आईएसआईएस के कैंप में शेफ बनकर खाने में जहर मिला दिया था, जिससे कई आतंकवादियों की मौत हो गई थी। 10 लाख आबादी वाले मोसुल शहर पर पिछले साल जून में इस्लामिक स्टेट आतंकियों ने कब्जा कर लिया था। सूत्रों के हवाले से ख़बर मिली है कि खाने में ज़हर मिलाने की पहचान की कोशिश में आईएसआईएस जुट गया है। यदि उसका पता चल गया तो फिर उसे उस दर्जे की मौत दी जाएगी जिससे लोगों की रूह फना हो जाएगी। ये फैसला इस आतंकी संगठन ने लिया है। संगठन ने