अगर 300 से भी बड़ा स्कोर बनाने के बाद भी कोई टीम हार जाए तो उसकी गेंदबाज़ी या फ़ील्डिंग या फिर टीम के रवैये को लेकर सवाल खड़े हो सकते हैं. लेकिन कप्तान विराट कोहली का खुले तौर पर कहते हैं कि उन्हें एक चैंपियन टीम के हाथों हार मिली है और इसका श्रेय श्रीलंका को देना चाहिए.श्रीलंका के ख़िलाफ़ शिखर धवन के शतक के सहारे 321 रनों की पारी और उसके बावजूद मिली हार ने टीम के फ़ैन्स और जानकारों को सोचने पर  मजबूर कर दिया है कि ग़लती कहां हुई और आगे टूर्नामेंट में भारत का सफ़र कैसा रहेगा? टीम इंडिया की बल्लेबाज़ी को लेकर कप्तान विराट को कोई शिकायत नहीं. दरअसल उनका मानना है कि इस एक मैच में श्रीलंकाई टीम ने बेहतर खेल दिखाया और उसे ही जीत का श्रेय मिलना चाहिए. श्रीलंका के खिलाफ मैच में मिली हार के बाद अब भारतीय फैंस की नजर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टीम के अगले मैच पर टिकी हैं. वैसे, टीम इंडिया के पूर्व ओपनर सुनील गावस्‍कर का अनुमान है कि इस मैच में द. अफ्रीका की टीम जीतेगी लेकिन साथ ही कहा कि मैं चाहता हूं विराट कोहली की टीम इंडिया मुझे गलत साबित करे. टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने मैच के बाद बयान दिया, "मुझे लगता है कि हमारे गेंदबाज़ों ने भी अच्छी गेंदबाज़ी की. अगर आपके बल्लेबाज़ ऐसी (अच्छी) बल्लेबाज़ी करें और सभी अच्छा खेलें तो जीत का श्रेय विपक्षी टीम को देना पड़ेगा. हम अजेय नहीं हैं. हम चैंपियंस ट्रॉफ़ी में खेल रहे हैं जहां टॉप की 8 टीमें हिस्सा ले रही हैं. इसकी कोई गारंटी नहीं कि कोई टीम दूसरे को हरा नहीं पाएगी. टीम के दूसरे खिलाड़ी भी मानते हैं कि अगले मैचों में भी कम से कम बल्लेबाज़ी को लेकर रवैये में बहुत बदलाव की ज़रूरत नहीं..
श्रीलंका के ख़िलाफ़ शतकीय पारी खेलने वाले शिखर धवन कहते हैं, "अगले गेम में हमें अपने बेसिक्स को ठीक रखना होगा. मुझे टीम को अच्छी शुरुआत देनी होगी उसके बाद ही अगले कदम उठाने होंगे. हम बिना अच्छी शुरुआत दिए आगे की बात नहीं कर सकते."  उसी तरह रोहित शर्मा मौजूदा हालात की हकीक़त कुछ इस तरह बयां करते हैं, "अभी किसी टीम ने क्वालिफ़ाई नहीं किया है. सभी टीमों के 2 अंक हैं. अब टीम को पूरा ज़ोर लगाना. खिलाड़ी बेशक टीम इंडिया को लेकर उम्मीदों से भरे हों, लेकिन सुनील गावस्कर जैसे एक्सपर्ट्स भी अब दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ भारत की दावेदारी मज़बूत नहीं मानते. `सनी`  कहते हैं, "मैं चाहूंगा कि मैं ग़लत साबित हो जाऊं. मैं चाहूंगा कि टीम इंडिया इससे भी बेहतर खेल दिखाए और बेहतर फ़ील्डिंग करती दिखे. लेकिन मुझे लगता है कि जैसे इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया मैच में मैने इंग्लैंड को विजेता चुना उसी तरह, मैं समझता हूं कि भारत के ख़िलाफ़ दक्षिण अफ़्रीकी टीम बाज़ी मार लेगी.  2007 टी20 वर्ल्ड कप में कुछ इसी तरह रवि शास्त्री ने भारत के ख़िलाफ़ ऑस्ट्रेलिया का पलड़ा भारी माना था जिसे तब नए कप्तान बने एमएस धोनी की सेना ने फ़ाइनल में पाकिस्तान को हराकर पहले टी20 वर्ल्ड कप का ख़िताब जीत लिया था और पूरी दुनिया को हैरान कर दिया था. इस बार विराट की सेना के पास कुछ ऐसा ही कर दिखाने का मौक़ा है. क्या पता शायद गावस्कर ने इसी वजह से भारत-द.अफ़्रीका मैच से पहले ये बयान दिया हो. ये अहम ज़रूर है कि श्रीलंका के ख़िलाफ़ मैच में गेंदबाज़ी और फ़ील्डिंग को लेकर कई कमियां देखने को मिलीं. लेकिन अब द.अफ़्रीका के ख़िलाफ़ एक तरह से क्वार्टर फ़ाइनल मैच में किसी ग़लती की गुंजाइश नहीं रहेगी...