श्रीनगर/नई दिल्ली. एनआईए (नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी) ने कश्मीर के टेरर फंडिंग मामले में शनिवार को देश में 24 जगहों पर छापे मारे। कश्मीर में 14, दिल्ली में 8 और हरियाणा के सोनीपत में 2 जगहों पर कार्रवाई की गई। जांच एजेंसी ने घाटी के अलगाववादी नेताओं के घरों, ऑफिस और उनके कमर्शियल ठिकानों पर छापा मारा। इस दौरान लश्करे-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के लेटरहेड्स बरामद हुए। इसके अलावा हवाला ऑपरेटर्स के खिलाफ भी कार्रवाई की गई। जिन अलगाववादी नेताओं के घरों पर छापे मारे गए, उनमें हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के प्रमुख सैयद अली शाह गिलानी के करीबी और रिश्तेदार शामिल हैं। अलगाववादी नेताओं के खिलाफ केस दर्ज...  न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एनआईए ने इस मामले में कश्मीर के अलगाववादी नेताओं के खिलाफ 19 मई को प्रिलिमिनरी इन्क्वायरी का केस दर्ज किया था, जिसे शुक्रवार शाम को रेग्युलर केस में बदल दिया गया। इसके बाद शनिवार सुबह जांच एजेंसी ने घाटी में अलगाववादी नेताओं के घरों समेत देश में अन्य जगहों पर छापे की कार्रवाई शुरू की।  ऑफिशियल सोर्सेस के मुताबिक, दिल्ली में आठ हवाला डीलर्स और ट्रेडर्स के खिलाफ भी कार्रवाई की गई।


1.5 करोड़ कैश जब्त
कश्मीर में कार्रवाई के दौरान 1.5 करोड़ रुपए और प्रॉपर्टी से जुड़े कागजात जब्त किए गए। लश्करे-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन के लेटरहेड्स, लैपटॉप, पेन-ड्राइव्स भी मिले हैं। घाटी में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस और JKLF (जम्मू एंड कश्मीर लिबरेशन फ्रंट) नेताओं के घरों पर छापे मारे गए। गिलानी के दामाद अल्ताफ फंटू्श, बिजनेसमैन जहूर वटाली, अवामी एक्शन कमेटी के लीडर शाहिद-उल-इस्लाम, अलगाववादी नेता नईम खान, राजा कालवाल इनमें शामिल हैं। दिल्ली में ग्रेटर कैलाश पार्ट-2 में रहने वाले ड्राई फ्रूट मर्चेन्ट मानव अरोड़ा के घर भी छापा मारा गया।  ईडी ने शब्बीर शाह को जारी किया नोटिस उधर, इन्फोर्समेंट डायरेक्ट्रेट (ईडी) ने अलगाववादी नेता शब्बीर शाह को फेमा (फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट) के तहत नोटिस जारी किया है। शाह पर हवाला के जरिए करोड़ों रुपए मंगाने का आरोप है। इससे पहले 2015 में भी ईडी ने शाह को आतंकी संगठनों के लिए हवाला से पैसे मंगाने के आरोप में नोटिस जारी किया था।


पाक से पैसे मिलने की बात कबूली थी कुछ दिनों पहले एनआईए की पूछताछ में 3 अलगाववादी नेताओं नईम खान, गाजी जावेद बाबा और फारूख अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे ने कथित तौर पर यह माना था कि उन्हें पाकिस्तान से फंड मिलता है। एनआईए सोर्सेस के मुताबिक, इन नेताओं ने हुर्रियत के तार पाकिस्तान से जुड़े होने की बात मानी थी। जांच एजेंसी ने इनसे अपने दिल्ली हेडक्वार्टर पर 29 मई को सुबह पूछताछ की थी। - इससे पहले एनआईए ने तहरीके-ए-हुर्रियत के नेता बाबा और JKLF (जम्मू एंड कश्मीर लिबरेशन फ्रंट) के नेता डार से श्रीनगर में लगातार 4 दिनों तक पूछताछ की थी। उस दौरान उनसे कश्मीर में हिंसा के लिए हवाला चैनलों के जरिए फंड जुटाने के आरोप पर सवाल किए गए थे। क्या हैं आरोप? अलगाववादी नेताओं पर आरोप है कि इन्हें सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, स्कूलों और अन्य सरकारी संस्थानों को जलाने जैसे विध्वंसक गतिविधियों के लिए लश्कर चीफ हाफिज सईद से पैसा मिलता है। घाटी में सिक्युरिटी फोर्सेस पर पत्थर बरसाने के लिए हुर्रियत नेताओं को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों और पाक खुफिया एजेंसी ISI दोनों से फंडिंग होती है। स्टिंग ऑपरेशन में हुआ था खुलासा एक न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में कश्मीर के अलगाववादियों को पाकिस्तान के आतंकी गुटों से पैसे मिलने की बात का खुलासा हुआ था। इसके बाद 19 मई को एनआईए ने इन अलगाववादी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था और प्रिलिमिनरी इन्क्वायरी शुरू की थी।  हुर्रियत नेता नईम खान को स्टिंग ऑपरेशन में लश्कर से पैसे लेने की बात कबूल करते दिखाया गया था। चैनल ने 16 मई को यह स्‍टिंग किया था। खान रिपोर्टर से यह कहते नजर आए थे कि पाकिस्तान से आने वाला पैसा सैकड़ों करोड़ से ज्यादा है, लेकिन हम और ज्यादा की उम्मीद करते हैं।

भास्कर