श्रीनगर. इंडियन आर्मी ने पाकिस्तानी जवानों की फायरिंग का जवाब दिया। इस दौरान PAK के 5 जवान मारे गए गए और 6 ज़ख्मी हुए हैं। इससे पहले बारामूला के सोपोर में हुए एनकाउंटर में दो आतंकी मारे गए। ये आतंकी एक घर में छिपे हुए थे। सोपोर के नाटीपोरा इलाके में तड़के 3.30 से फोर्सेस ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। इस बीच, एलओसी के पास नौशेरा और कृष्णा घाटी सेक्टर में पाकिस्तान ने सीजफायर वॉयलेशन किया। भारत की तरफ से भी इसका जवाब दिया गया। गोलीबारी में जनरल रिजर्व इंजीनियरिंग फोर्स (GREF) के एक मजदूर की मौत हो गई और 2 सिविलियंस घायल हो गए। आतंकियों के पास 2 एके-47 राइफल बरामद...
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, मारे गए आतंकियों के पास से दो एके-47 राइफल, 5 मैगजीन, 107 लाइव राउंड्स, 2 पाउच, 2 हजार रुपए कैश और रबर स्टांप बरामद हुई हैं। वहीं, गुरुवार को पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में एलओसी के पास राजौरी और पुंछ जिलो के 2 सेक्टरों में सीजफायर वॉयलेशन किया। आर्मी स्पोक्सपर्सन के मुताबिक, "पाकिस्तान ने राजौरी के नौशेरा और पुंछ के कृष्णाघाटी सेक्टर में गोलीबारी की। भारतीय सेना इसका जोरदार जवाब दिया।" 17 मई को पाक आर्मी ने बालाकोट सेक्टर में गोलीबारी की थी। वहीं 15-16 मई को एलओसी से सटे राजौरी में फॉरवर्ड पोस्ट और रिहाइशी इलाकों में पाक की तरफ से गोलीबारी की गई। 13 मई को नौशेरा में पाक की तरफ से हुई गोलीबारी में 2 सिविलियंस की मौत हो गई थी और 3 घायल हो गए थे। मई में पाक की तरफ से हुई गोलीबारी की वजह से सीमा पर रहने वाले 12 हजार लोगों पर असर पड़ा। 24 घंटे में मार गिराए थे 10 आतंकी...
7 मई को जम्मू-कश्मीर में सिक्युरिटी फोर्सेस ने 2 एनकाउंटर ऑपरेशन्स को अंजाम दिया। एक ऑपरेशन रामपुर सेक्टर तो दूसरा त्राल में चलाया गया। 24 घंटे में आर्मी ने 10 आतंकी मार गिराए थे। त्राल के एनकाउंटर में हिजबुल मुजाहिदीन का टॉप कमांडर सब्जार अहमद भट भी मारा गया। आतंकियों के मारे जाने के बाद घाटी में कई जगह लोगों ने आर्मी पर पथराव किया। इससे पहले इंडियन आर्मी ने पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) के 2 आतंकियों को मार गिराया था। ये उड़ी सेक्टर में एलओसी के पास आर्मी की पैट्रोलिंग टीम पर अटैक की प्लानिंग कर रहे थे। कौन था सब्जार? सब्जार बुरहान का बचपन का दोस्त था। बुरहान के मारे जाने के बाद सब्जार कमांडर बना। बता दें कि बुरहान के मारे जाने के बाद कश्मीर में कई महीनों तक हिंसा हुई थी। इसके चलते कर्फ्यू लगा दिया गया था। पुंछ में घात लगाकर आर्मी की टुकड़ी पर किया था अटैक 1 मई कृष्णा घाटी में पाकिस्तान ने पहले रॉकेट और भारी हथियारों से हमला किया था। भारत की तरफ से भी जवाब दिया गया था। इस दौरान दो पोस्ट के बीच भारतीय जवानों की एक टुकड़ी एलओसी पर लगी तारों की फेंसिंग पार कर लैंड माइन्स की चेकिंग के लिए आगे गई थी। पाकिस्तान की BAT वहां पहले से घात लगाकर बैठी थी। उसकी फायरिंग में हमारे दो जवान शहीद हो गए। इसके बाद BAT ने शहीदों के शवों के साथ बर्बरता की। उनके सिर काट दिए गए। वहीं, आर्मी के एक सीनियर अफसर ने बताया- "यह सोचा-समझा हमला था। पाकिस्तान आर्मी की बीएटी टीम एलओसी पार कर भारतीय सीमा में करीब 250 मीटर तक घुस आई थी। ये काफी देर से हमले को अंजाम देने का इंतजार कर रहे थे। सोमवार सुबह पाक ने रॉकेट और मोर्टार से हमला किया। भारतीय पोस्ट पर तैनात जवानों को उलझाए रखा। इसके बाद उनका टारगेट 7 से 8 मेंबर वाली पैट्रोलिंग पार्टी थी, जो पोस्ट से बाहर चेकिंग के लिए आई थी।" BAT ने दो जवानों के सिर काट दिए थे पाक के हमले में 22 सिख इन्फैंट्री के नायब सूबेदार परमजीत सिंह और बीएसएफ की 200वीं बटालियन के हेड कॉन्स्टेबल प्रेम सागर शहीद हो गए। वहीं, बीएसएफ के कॉन्स्टेबल राजेंद्र सिंह जख्मी हो गए थे। बता दें कि शहीद प्रेम सागर यूपी के देवरिया के रहने वाले थे।