यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम 2016 का रिजल्ट घोषित कर दिया है। इस में हैरान कर देने वाली बात ये है किराना की दुकान चलाने वाले का बेटा जिसकी उम्र महज़ 23 साल है आएएस बना। उसने पहले प्रयास में हासिल की चौथी रैंक। यों तो यूपीएससी इमतिहान में लड़कियों बाजडी मारी है। कर्नाटक की के आर नंदिनी यूपीएससी की परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया है। वहीं अनमोल शेर सिंह बेदी ने दूसरा स्थान हासिल किया है। पहला स्थान प्राप्त करने वाली नंदिनी ने कहा कि वह हमेशा से आईएएस अधिकारी बनना चाहती थीं ।
यूपीएससी की परीक्षा में तीसरा स्थान जी रोनांकी ने हासिल किया है। यूपीएससी के नतीजों में 1099 ने परीक्षा क्वालिफाई की है। इलाहाबाद की सौम्या पांडे चौथे स्थान पर रही और टॉप फाइव में आखिरी नाम अभिलाष मिश्रा का है। प्रतीक्षा सूची में 220 अन्य उम्मीदवारों को रखा गया है । शिक्षा क्षेत्र में काम करना चाहतीं है आईएएस टॉपर सिविल सेवा परीक्षा की टॉपर नंदिनी केआर ने कहा कि वह हमेशा से आईएएस ऑफिसर बनना चाहती थी। अब हमने इस लक्ष्य को हासिल कर लिया है। यह सपने के सच होने जैसा है। भारतीय राजस्व सेवा की अधिकारी नंदिनी देश के शिक्षा क्षेत्र में अपना योगदान देना चाहती है।
अन्य पिछड़ा वर्ग की नंदिनी सोने की खदान के लिए मशहूर कर्नाटक के कोलार की रहने वाली है। उन्होंने चौथी बार में आईएएस बनने का लक्ष्य हासिल किया है। फिलहाल वह फरीदाबाद में कस्टम, एक्साइज एंड नारकोटिक्स एकेडमी में प्रोबेशन पर हैं। नंदिनी ने बताया, 2014 में आईआरएस मिलने के बाद 2015 में भी परीक्षा दी थी लेकिन सफल नहीं हो सकी। लेकिन मैंने हार नहीं मानी। 2016 में एक बार फिर परीक्षा दी। नंदिनी ने कहा, टॉप करना अद्भुत अनुभव है। आईआरएस बनने के बाद इस सफलता के लिए मैंने जी-जान लगा दी थी। बता दें कि नंदिनी को 2014 में 849वीं रैंक हासिल हुई थी। नंदिनी ने वैकल्पिक विषय के तौर पर कन्नड़ साहित्य का पेपर दिया था। उन्होंने बेंगलुरु के एमएस रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से सिविल इंजीनियरिंग में बीई की डिग्री हासिल की थी। सिविल सेवा परीक्षा में कुल 1099 उम्मीदवारों ने इस बार बाजी मारी है। इनमें सामान्य वर्ग से 500 उम्मीदवार, ओबीसी के 347, एससी कैटगरी के 163 और एसटी के 89 उम्मीदवारों ने सफलता हासिल की है। ये लिखित परीक्षा दिसंबर 2016 दिसम्बर में आयोजित की गई थी और इस साल मार्च से मई के बीच साक्षात्कार आयोजित किए गए थे। इन्हीं के आधार पर यह ये परिणाम घोषित किए गए हैं।
भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित अन्य शीर्ष सेवाओं के अधिकारियों के चयन के लिए यूपीएससी हर साल तीन चरणों - प्रारंभिक, मुख्य एवं साक्षात्कार - वाली सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करती है।देश भर के विभिन्न केंद्रों पर हर साल लाखों परीक्षार्थी सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होते हैं।