गर्भवती महिलाएं अगर विटामीन डी सप्लीमेंट का सेवन करें तो बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर हो जाती है। इससे अस्थमा श्वसन संक्रमण संबंधी बीमारियों के चपेट में आने की आशंका कम हो जाती है। किंग कॉलेज लंदन के प्रोफेसर कैथरीन हावरीलोविज के मुताबिक अस्थमा के शिकार बच्चों की जांच में पाया गया कि इस बीमारी के बीज उनकी नवजात अवस्था या भ्रूण के वक्त ही पड़ चुके थे। इसके बाद शोधकर्ताओं ने 51 गर्भवती महिलाओं के गर्भनाल की रक्त जांच की। गर्भनाल में मौजूद श्वेत रक्त कणिकाएं ही बच्चों को बीमारियों से बचाती हैं। इसलिए बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता जानने के लिए गर्भनाल की जांच अहम थी। शोधकर्ताओं की टीम ने पाया कि ज्यादा विटामीन डी3 की मौजूदगी वाले रक्त के नमूनों ने रोगजनकों के खिलाफ बेहतर तरीके से प्रतिरोध किया। इससे साबित हुआ कि अगर महिलाएं गर्भावस्था में विटामीन डी का सेवन करें, तो बच्चों को अस्थमा का खतरा कम होगा। जर्नल ऑफ एलर्जी और क्लीनिकल इम्युनोलॉजी में यह शोध प्रकाशित हुआ है।

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