कई देशों को बर्बाद करने वाले अमरीका की नज़र अब ईरान पर है। अपने पहले विदेशी दौरे पर इसराईल पहुंचे राष्ट्रपति ट्रंप ने ईरान पर निशाना साधा है। उन्हों ने कहा चरमपंथ में ईरान की संलिप्तता हर तरफ देखी जा सकती है. इसराइल दौरे की शुरुआत में ही ट्रंप ने `परमाणु हथियारों से लैस` ईरान के खतरे को लेकर आगाह किया है.यरुशेलम में उन्होंने संवाददाताओं से कहा, "ईरान को परमाणु हथियार रखने की कभी भी इजाजत नहीं दी जानी चाहिए." सऊदी अरब में मुस्लिम देशों के नेताओं को संबोधित करने के बाद ट्रंप इसराइल पहुंचे हैं.


यहां उनकी इसराइली और फलीस्तीनी नेताओं से अलग-अलग मुलाकात होनी है.बतौर अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप अपने पहले विदेशी दौरे पर हैं और सऊदी अरब के बाद इसराइल उनका दूसरा पड़ाव है.2015 में दुनिया के नेताओं के साथ हुए समझौते में ईरान ने अपने परमाणु कार्यक्रम पर रोकथाम करने की बात मानी थी. इस करार के तहत ईरान को बदले में कुछ आर्थिक फ़ायदे हासिल हुए थे.पिछले महीने ही व्हाइट हाउस ने इस बात की पुष्टि की थी ईरान के साथ वो करार अब भी वजूद में है.ट्रंप पर ईरान का तंज़, सऊदी को लोकतंत्र-उदारवाद का गढ़ कहा `धर्म के नाम पर आतंकवाद का खेल अब बंद हो`