नई दिल्ली: दिल्ली विधान सभा में आदमी पार्टी के विधायक सौरभ भारद्वाज ने एक ईवीएम टाइप मशीन की लाइव टेंपरिंग का लाइव डेमो दिखाया. इस दौरान सौरभ ने दावा किया कि `एक सीक्रेट कोड के ज़रिए होती है EVM से छेड़छाड़ संभव है. वोटिंग के दौरान कोड चुपके से डाल दिया जाता है. कोड डालने के बाद हर वोट एक खास पार्टी को जाता है. EVM का मदर बोर्ड बदलकर छेड़छाड़ की जा सकती है. कोई ऐसी मशीन नहीं, जिसके साथ छेड़छाड़ न की जा सके. इसके बाद पार्टी ने चुनाव आयोग को चुनौती देते हुए कहा कि वह टेंपरिंग का प्रदर्शन करने के लिए तैयार हैं और आयोग इसकी तारीख तय कर ले.
उधर चुनाव आयोग ने भी आम आदमी पार्टी को जवाब दिया है. आयोग का कहना है कि नकली गजट से बहकाया नहीं जा सकता. ये ईवीएम नहीं बल्कि ईवीएम जैसी मशीन है. आप के डेमो की कोई अहमियत नहीं है. इतना ही नहीं, आयोग ने इसी महीने के अंत में ईवीएम की सुरक्षा जांच के लिए आयोजित होने वाली हैकाथॉन में भाग लेने के लिए पार्टी को चुनौती दी है. इस हैकाथॉन में ईवीएम को हैक करने का ओपन चैलेंज रखा जाएगा. आयोग ईवीएम में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर 12 मई को राजनीतिक दलों के साथ एक बैठक भी करेगा. इस बैठक में 7 राष्ट्रीय और 48 राज्य स्तरीय पार्टियों को बुलाया गया है. वहीं, इस मसले पर AAP विधायक आदर्श शास्त्री का कहना है कि "हमें कोई भी मशीन दे दीजिए हम 90 सेकेंड में हैक करके दिखा देंगे." पार्टी का कहना है कि सौरभ भारद्वाज हैकाथॉन में पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे. गौरतलब है कि पंजाब में मिली हार के बाद आम आदमी पार्टी ने खुलकर ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया था.
वहीं, चुनाव आयोग का कहना है कि मशीन से छेड़छाड़ संभव नहीं है लेकिन कांग्रेस, सपा, बसपा समेत कई पार्टियां केजरीवाल के पक्ष में बयान दे रही हैं. इस मामले का कांग्रेस बहुत ही सधे अंदाज में अपनी प्रतिक्रिया देती रही है. पंजाब के परिणामों पर उसने आपत्ति नहीं जताई और न ही वहां पर ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. अन्य राज्यों में मिली हार पर कांग्रेस ईवीएम में गड़बड़ी की बात करती रही है.