अनवर चौहान

दिल्ली पुलिस के आयुक्त आलोक कुमार वर्मा को सीबीआई का निदेशक नियुक्त किए जाने के बाद नए कमिशनर की कुर्सी की बागडोर किस के हाथ में होगी..इस पर अटकलों का बाज़ार गरम है। पुलिस मुख्यालय में क़यासबाज़ी चल रही तो दूसरी तरफ गृहमंत्रालय के सूत्रों की माने तो  इस पर फैसला हो चुका है। महज़ ऐलान की औपचारिकता बाक़ी है। गृहमंत्रालय के सामने कई नाम थे। मगर कुछ नामों पर नुकता-चीनी होने के बाद आखिरकार फैसला सीनियर्टी के आधार पर नहीं छवि के आधार पर किया गया। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सीनियर्टी के मुद्दे को सिरे से खारिज कर दिया।


उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय समिति ने आलोक कुमार को सीबीआई निदेशक बनाए जाने की मंजूरी दी। समिति में भारत के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति जगदीश सिंह खेहर और लोकसभा में कांग्रेस  के नेता मल्लिकाजुर्न खड़गे भी हैं।

सीबीआई निदेशक के पद से दो दिसंबर को अनिल सिन्हा के सेवानिवत्त होने के बाद एक महीन#2375; से अधिक वक्त से यह पद खाली था। फिलहाल गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी राकेश अस्थाना देश की प्रमुख जांच एजेंसी के अंतरिम निदेशक हैं। अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और  केंद्रशासित प्रदेश (एजीएमयूटी) कैडर के 1979 बैच के आईपीएस अधिकारी वर्मा ने 29 फरवरी, 2016 को दिल्ली पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी  संभाली थी।