(अनवर चौहान) नई दिल्ली: नोट-बंदी के मामले को लेकर देश में हा-हा कार मचा है। PM मोदी ने कहा था कि नोट-बंदी के बाद देश का ग़रीब चैन की नींद सो रहा है और अमीरों की नींद उड़ गई है। जबकी ठीक इसका उलट हो रहा है। तस्वीरों में देखिए ग़रीब का हाल। लोगों की परेशानी का आलम सड़कों पर देखा जा रहा है। मगर देश के मीडिया की आंखे बंद है। वो पूरी तरह से सरकार की ग़ुलामी का फर्ज़ निभा रहा है। इस मामले में सरकार की एक और गाज़ गिरी है। शुक्रवार से बैंकों में एक व्यक्ति 4500 की जगह 2000 रुपये तक ही एक्सचेंज कर पाएगा. आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ये घोषणा की है। उनका कहना था कि इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों को अपने 500 और 1000 के नोट बदलवाने का मौका मिल सकेगा.
उनके परिवार में शादी है वे 2.5 लाख रुपये निकाल सकेंगे. यह उन अकाउंट से निकाले जा सकते हैं जो KYC (Know your customer) के तहत आते हैं. दरअसल, नोटबंदी के चलते शादी वाले परिवारों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.अलबत्ता सरकार ने किसानों को थोड़ी राहत दी है। जिन किसानों को क्रॉप लोन मिला है, उन#2381;हें अपने खातों से हर हफ्ते 25 हजार रुपये प्रति हफ्ता निकालने की सहूलियत मिलेगी ताकि वे बीज और खाद आदि खरीद सकें. सब्जियों के थोक व्यापारी अब 50 हजार रुपये प्रति हफ्ता तक निकाल सकते हैं.
जिन किसानों को माल की कीमत चेक या इलेक्ट्रॉनिक तरीके से मिली है वो उस पेमेंट से हफ्ते में 25 हजार रुपये निकाल सकते हैं. फसल बीमा की किश्त जमा कराने की समय सीमा 15 दिन बढ़ा दी गई है. सरकार कर्मचारी (ग्रुप सी) दस हजार रुपये तक की सैलरी एडवांस निकाल सकते हैं. यह अगले महीने उनके खातों में मैनेज कर दी जाएगी. गौरलतब है कि 8 नवंबर की पीएम नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने की घोषणा की थी. उसके बाद से बैंकों और एटीएम के बाहर रुपयों के लिए लाइनें लगी हुई हैं. लोग रात में बैंकों के आगे जाकर बैठ जाते हैं ताकि वे खर्च के लिए रुपये निकाल सकें.कैश क्रंच पर सरकार ने आज किसानों को बड़ी राहत दी. किसान हफ्तेभर में 25 हजार रुपये निकाल सकेंगे. जिनके घर में शादी है वे 2.5 लाख रुपये निकाल सकते हैं. साथ ही