(अनवर चौहान) नई दिल्ली. पठानकोट आतंकी हमले में शक के घेरे में आए पंजाब पुलिस के एसपी सलविंदर सिंह पर आतंकियों की मदद करने का शक अब यक़ीन की तरफ बढ़ता दिख रहा है। चूंकि सलविंदर एनआई के सवालों का झूठा जवाब दे रहे हैं या फिर अधिकांश सवालों का जवाब नहीं दे रहे। लाई-डिटेक्टर टेस्ट किया गया। एनआईए के डीजी शरद कुमार के मुताबिक सलविंदर से पूछताछ आगे भी जारी रहेगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक सलविंदर का ब्रेन मैपिंग टेस्ट भी कराया जाएगा। इस बात का पूरा खुलासा हो गया है कि सलविंदर पाकिस्तान के ड्रग रेकेट से जुड़े है। वो पाकिस्तान से आने वाली ड्रग के कंसाइमेंट को बॉर्डर पार इस तरफ लाने, छिपाने और फिर लोकल ड्रग पैडलर की मदद से उसे आगे बढ़ाने में मदद करते थे। इसके लिए उन्हें ज्वेलरी के तौर पर पेमेंट किया जाता था। सूत्रों का कहना है उस रात सलविंदर शायद `पेमेंट` लेने बॉर्डर एरिया में गए थे। सलविंदर अपने साथ अपने ज्वेलर फ्रेंड राजेश वर्मा और अपने कुक को लेकर गए थे। NIA सूत्रों के मुताबिक सलविंदर जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। इसलिए उनका ब्रेन मैपिंग टेस्ट भी किया जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक NIA साफ कर दिया है कि सलविंदर सिंह जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। वे अधिकारियों के पूछे सवालों का या तो घुमाफिरा कर जवाब देते हैं या फिर जवाब ही नहीं देते। ड्रग रैकेट से जुड़े ज्वेलर राजेश वर्मा के अलावा 2 और ज्वैलरों की भी पहचान की गई है। सलविंदर से सवाल किया गया कि वे अपनी सिक्युरिटी की अनदेखी कर देर रात बॉर्डर एरिया में अपने कुक और दोस्त के साथ क्यों गए थे? इसका उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। जब उनसे पूछा गया कि एक एसपी रैंक के अफसर की गाड़ी एक ज्वैलर क्यों ड्राइव कर रहा था? क्या उसे ज्वेलरी में मिलने वाले पेमेंट की पहचान के लिए साथ रखा गया था? इस सवाल पर सलविंदर बौखला गए। NIA ने उनसे पूछा उस दिन शाम को आप कितने बजे मजार पर जाने के लिए घर से निकले थे? आपके साथ कौन-कौन था? मजार पर कितने बजे पहुंचे थे? आप अपने साथ अपने गनर और ड्राइवर को क्यों नहीं लेकर गए? आप किस रास्ते से होकर मजार पर गए थे? आपने लखनपुर होते हुए मजार जाने का रास्ता क्यों चुना जबकि ये बहुत लंबा रास्ता है? वापस लौटते वक्त आप उसी रास्ते से क्यों नहीं लौटे ? आप मजार से कितने बजे निकले थे? आप को जब टेररिस्ट ने रोका तब क्या टाइम हो रहा था? मजार से निकलने के बाद आप दो घंटे तक कहां थे? आपने कहा कि सोम बाबा से पहली बार मिलने गए थे, जबकि आपकी उस दिन दो बार फोन पर बात हुई थी। आपने अपने बयानों में कहा है कि आपको कठुआ- मोर का रास्ता नहीं पता था। जबकि आपके कुक ने कहा कि आपने ही उसे उस रास्ते से चलने के लिए कहा था। आप कुछ दिन पहले तक गुरदासपुर के एसपी थे क्या आपको सच में उस रास्ते का पता ही नहीं था? खुफिया एजेंसियों ने 25 दिसंबर को ही अलर्ट दे दिया था। फिर भी आप उस रास्ते से क्यों वापस आ रहे थे, जिस पर खतरा हो सकता था। आपको अगवा करके आतंकवादियों ने कहां बैठाया। गाड़ी में आपकी क्या पोजीशन थी? गाड़ी के अंदर टेररिस्ट क्या बातें कर रहे थे? आपको और आपके कुक को आतंकवादियों ने कहा उतारा था? एसपी साहब सरप्राइज चेकिंग पर हैं, ये मैसेज किसने फ्लैश कराया था? आपकी गाड़ी पर लगी नीली बत्ती देखने के बाद , क्या आतंकवादियों ने आपसे आपके बारे में पूछा था ? आतंकवादियों ने जब आपको उतारा तो आप किस गांव में मदद मांगने के लिए गए थे? आपने पुलिस को कितने बजे कॉल किया था? क्या आपने टेररिस्टों का विरोध करने की कोशिश की थी? क्या आपके पास आपकी लाइसेंसी पिस्तौल थी? NIA ने सलविंदर से पूछे जाने वाले सवालों की लिस्ट CFSL के अफसरों को सौंप दी है। सलविंदर `पेमेंट` लेने गए थे NIA सूत्रों के मुताबिक सलविंदर का लाई डिटेक्टर टेस्ट कराने का फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि वे गहरे शक के दायरे में है। कोर्ट ने NIA को तीन दिन के अंदर टेस्ट कर लेने की परमीशन दी है।