(अनवर चौहान) पठानकोट के एयर बेस के हमलावरों की योजना बेस को अड़ाने की थी। सुरूाती जांच में ही ये खुलासा हुआ है। आतंकियों के पास आरडीएक्स भी था। उन्होंने हमले से पहले पाकिस्तान में कुछ लोगों से बात-चीत भी की थी। सेना के सचेत रहने की वजह से हमलावर अपनी योजना में कामयाब नहीं हो पाए। हमले् के वक्त आतंककियों ने सेना की वर्दी पहनी हुई थी। फिलहाल समझा जा रहा है कि आतंकी जैश ए मोहम्मद आतंकी गुट के थे। पुलिस ने बताया कि वायु सेना बेस और चक्की नदी के बीच के इलाके में कल एक तलाशी अभियान चलाया गया था जिसके बाद कुछ आतंकियों ने सेना और पुलिस कर्मियों पर हमला किया। दिल्ली में एक शीर्ष सूत्र ने बताया कि हमले की आशंका के चलते पहले से ही सतर्क सुरक्षा कर्मियों ने हमलावरों का जमकर मुकाबला किया जिससे आतंकी वायु सेना बेस के अंदर नहीं घुस पाए। वे लोग बाहर के एक बड़े इलाके तक ही पहुंच पाए।  भारी मात्रा में आरडीएक्स लिए आतंकियों ने वायु सेना बेस में पीछे से प्रवेश किया जहां जंगल है। इस बीच, प्राधिकारियों ने  बताया कि  वायुसेना बेस में हेलीकॉप्टर और अन्य उपकरण पूरी तरह सुरक्षित हैं। बहस्पतिवार रात को सेना की वर्दी पहने कुछ सशस्त्र लोगों ने पंजाब पुलिस के एक पुलिस अधीक्षक का अपहरण कर लिया था जिसके बाद हमले की आशंका  के चलते सुरक्षा प्रतिष्ठान को अलर्ट जारी कर दिया गया था। बाद में हमलावरों ने अधिकारी को पीटा तथा वाहन से नीचे उतार दिया था। इस घटना के बाद पठानकोट और गुरदासपुर जिलों के सीमाई इलाकों में एक तलाशी अभियान चलाया गया था। पुलिस ने बताया कि हमलावर गैर  परिचालन इलाके (नॉन-ऑपरेशनल एरिया) तक ही सीमित रहे। उन्होंने बताया कि आतंकियों को निष्क्रिय करने के लिए हेलीकॉप्टरों, एनएसजी कमांडो और एसडब्ल्यूएटी (स्वाट) के दलों को लगाया गया। पुलिस के  अनुसार, मुठभेड़ तड़के साढ़े तीन बजे शुरू हुई। अधिकारियों ने बताया कि समझा जाता है कि हमला जैश ए मोहम्मद ने किया और इसका उद्देश्य सैन्य प्रतिष्ठानों को नष्ट करना था। पुलिस के अनुसार, शेष बचे एक आतंकी को एक सीमित इलाके में ही रोकने की कोशिश की जा रही है ताकि ज्यादा नुकसान न हो सके। पुलिस के मुताबिक, वायु सेना बेस का तकनीकी इलाका भी सुरक्षित है। पूरे इलाके को घेर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि पुलिस अधीक्षक का अपहरण करने वाले हमलावरों ने पाकिस्तान में कुछ लोगों को फोन भी किए। अधिकारियों ने बताया कि इलाके में खुफिया एजेंसियों ने संभावित आतंकी हमले के बारे में अलर्ट किया था। एक साल के अंदर पंजाब में यह दूसरा बड़ा आतंकी हमला है। पिछले साल जुलाई में तीन आतंकियों ने दियाना नगर में पुलिस थाने में घुस कर गोलीबारी की थी। लगभग 12 घंटे की गोलीबारी के बाद इन आतंकियों को मार डाला गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अचानक पाकिस्तान यात्रा के कुछ दिनों बाद यह हमला हुआ।