दिल्ली: अलग-अलग अस्पतालों में सामने आ रहे वायु प्रदूषण के गंभीर मामले
अनवर चौहान
इम्युनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता संक्रामक रोगों से बचाने में अहम भूमिका निभाती है। कुछ समय पहले तक यह क्षमता मजबूत होने की वजह से लोग जल्द ही स्वस्थ भी हो जाते थे लेकिन कोरोना महामारी के दौरान लोगों की यह क्षमता काफी प्रभावित हुई है। कोरोना की चपेट में आने के बाद दवाओं का सेवन और पोस्ट कोविड के लंबे समय तक दिखाई देने वाले लक्षण इत्यादि अभी भी लोगों को थकान, नींद न आना, बैचेनी इत्यादि का एहसास करा रहे हैं।
इसी कमजोर इम्युनिटी का नुकसान अब वायू प्रदूषण में हो रहा है। जहां दिल्ली की आबोहवा पूरी तरह प्रदूषण की चपेट में आ चुकी है। वहीं इस हवा की वजह से जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर है उनके एक साथ कई अंग प्रभावित हो रहे हैं। एक ही मरीज को लिवर में दिक्कत है तो उसे सांस लेने में कठिनाई के अलावा यूरिन से जुड़ी परेशानी भी देखने को मिल रही है। ऐसे मरीज किसी एक या दो नहीं बल्कि राजधानी के अलग अलग अस्पतालों में देखने को मिल रहे हैं।
वसंतकुंज स्थित आईएलबीएस अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि किडनी और लिवर के मरीजों की इम्युनिटी पहले से ही काफी कम होती...
डेंगू के मामलों ने छह साल का रिकॉर्ड तोड़ा
अनवर चौहान
राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू के मामलों ने छह साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। दिल्ली में इस सीजन में 5,270 मामले मिल चुके हैं, जो 2015 के बाद से सर्वाधिक हैं। सोमवार को जारी हुई एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में ही डेंगू के 2,570 मामले मिल चुके हैं। हालांकि इस बीच डेंगू से किसी की मौत की खबर नहीं है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल 13 नवंबर तक डेंगू के कुल 5,277 मामला पाए जा चुके हैं। इससे पहले 2020 में डेंगू के 1,072 मामले, 2019 में 2,036 मामले, 2018 में 2,798 मामले, 2017 में 4,726 मामले जबकि 2016 में 4,431 मामले पाए गए थे। रिपोर्ट के अनुसार, साल 2015 में डेंगू ने भारी तबाही मचाई थी। उस वर्ष सिर्फ अक्तूबर में डेंगू के 10,600 मामले दर्ज किए गए थे, जो राष्ट्रीय राजधानी में 1996 के बाद से डेंगू का सबसे बुरा आंकड़ा था।
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में इस वर्ष पाए गए डेंगू के कुल मामलों में से 3,740 मामले एक से 13 नवंबर तक ही पाए गए हैं। अक्तूबर में 1,196 मामले पाए गए थे। इस साल छह नवंबर तक डेंगू के कुल मामले 2,708 मिले थे और डेंगू से मरने वालों की आधिकारिक संख्या नौ है। सितंबर में 217 मामले दर्ज कि...
हवलदार को चाकू मारा, CP सच्चिदानंद श्रीवास्तव के राज में FIR के लिए हवलदार को भी लगानी पड़ रही गुहार
इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली पुलिस के एक हवलदार पर चाकू से जान लेवा हमला किया गया।
एफआईआर दर्ज कराने के लिए हवलदार को अफसरों के आगे गुहार लगानी पड़ी।
एक अफसर के कहने के बाद एफआईआर तो दर्ज़ की गई लेकिन उसमें हत्या की कोशिश की धारा नहीं लिखी गई।
हवलदार को चाकू मारने वाले हमलावर खुले घूम रहे हैं।
वारदात केशव पुरम थाना के लेखू नगर इलाके में रविवार तीन मई की रात को हुई।
हवलदार महेंद्र पाल के पड़ोस में एक मकान में कुछ युवक शराब पीकर अक्स...
सिपाही की जान बचाने के लिए साथी डाक्टरों से गुहार लगाते रहे, कमिश्नर, IPS सोते रहे
इंद्र वशिष्ठ
दिल्ली पुलिस के सिपाही अमित की मौत हो गई। तड़पते अमित की जान बचाने के लिए उसके दोस्त पुलिस कर्मी उसे लेकर अस्पतालों में भटकते रहे, गुहार लगाते रहे लेकिन उसे भर्ती नहीं किया गया।
डाक्टरों द्वारा इलाज न करने के कारण युवा सिपाही की मौत हो गई यह मौत नहीं एक तरह से सरकारी हत्या है। इसके लिए दिल्ली के उप-राज्यपाल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जिम्मेदार हैं। दिल्ली के नागरिकों के इलाज के लिए व्यवस्था करना इनका ही ë...
कोरोना के डर से असली डाक्टर घर बैठे हैं नक़ली डाक्टर कर रहे "इलाज"
इंद्र वशिष्ठ
कोरोना महामारी के दौर में एक ओर जहां डाक्टरों ने अपने दवाखाने/ क्लीनिक बंद किए हुए हैं। वहीं दूसरी ओर बिना डिग्री वाले नक़ली/ झोला डाक्टर लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। कोरोना हॉट स्पॉट घोषित इलाके के ऐसे ही एक नक़ली डाक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई हैं। दिल्ली मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डाक्टर गिरीश त्यागी ने बताया कि डाक्टरों से क्लीनिक खोलने की अपील की गई है। दिल्ली मेडिकल काउंसिल के रजिस्ट्रार एव...
बिलखती बेटी मां की जान बचाने के लिए लगा रही गुहार
इंद्र वशिष्ठ
लोकनायक जयप्रकाश नारायण में कोरोना पॉजिटिव /गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज बिना इलाज के तड़प रहे हैं। मां-बाप की जान बचाने के लिए उनके छोटे-छोटे बच्चों द्वारा रो रो कर सरकार से गुहार लगाई जा रही है। इलाज न करने या इलाज में आपराधिक लापरवाही बरतने का सिलसिला लगातार जारी है।
मुख्य सचिव ने दिए निर्देश-
दूसरी ओर दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव विजय देव ने प्रिंसिपल सेक्रेटरी हेल्थ राजेश प्रसाद को निर्देश दिए हैं कि यह ...
बिलखती रानी ख़ान लगा रही गुहार, अम्मी मुझे बचा लो
इंद्र वशिष्ठ
लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में कोरोना पाज़िटिव मरीजों के इलाज में गंभीर जानलेवा लापरवाही का सिलसिला थम नहीं रहा है। बल्लीमारान निवासी कोरोना पाज़िटिव रानी ख़ान (33) लोकनायक अस्पताल में भर्ती है। पहले से ही किडनी की बीमारी से भी पीड़ित रानी का डायलिसिस होना है।
रानी का रोना नहीं सुन रहा कोई-
पिछले कई दिनों से वह अस्पताल में हैं लेकिन डाक्टरों की लापरवाही के कारण उसकी जान को खतरा पैदा हो गया है। रानी बार-&...
इंसानियत की भी धज्जियां उड़ाती LNJP अस्पताल की आपराधिक लापरवाही
इंद्र वशिष्ठ
कोरोना मरीज़ के इलाज के मुख्य अस्पताल लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल में कोरोना के मरीजों के इलाज में होने वाली घोर लापरवाही के लक्षणों से पता चलता है कि मरीजों के साथ कितना अमानवीय, क्रूर और संवेदनहीन व्यवहार किया जा रहा है। जैसे लक्षण से कोरोना के मरीजों का पता चलता है इसी तरह अस्पताल के लक्षणों से इलाज में लापरवाही का पता चलता है। कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए बनाए गए मुख्य अस्पताल के इस मामले ने खुद क...