इंद्र वशिष्ठ

पूर्वांचल का कुख्यात गुंडा  प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी दिल्ली पुलिस के कथित एनकाउंटर में 10-11 गोलियां लगने के बाद भी जिंदा बच गया था बीस साल पहले 1998 में दिल्ली में मुकरबा चौक के पास जीटी रोड पर उत्तरी जिला पुलिस के एक कथित एनकाउंटर में मुन्ना बजरंगी को 10-11 गोलियां लगी थीं। मुन्ना का एक साथी मारा गया था। मुन्ना को भी मरा हुआ समझ कर पुलिस अस्पताल ले गई। लेकिन वहां पहुंचने पर डाक्टरों ने  पाया कि मुन्ना की सांस चल रही हैं। तुरंत उसका इलाज किया गया। इस तरह मुन्ना बच गया। यह देख पुलिस के होश उड़ गए थे कि कहीं मुन्ना एनकाउंटर की पोल न खोल दे। उस पुलिस टीम में उत्तर जिले के डीसीपी एस एन श्रीवास्तव और एसीपी राजबीर सिंह थे।  जैसे ही मुन्ना के बचने का पता चला इन‌ सब अफसरों की हालत ख़राब हो गई थी।
सूत्रों के अनुसार मुन्ना बजरंगी ने एसडीएम को बयान दिया जिसके आधार पर एसडीएम ने पुलिस अफसरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच कराने  की तैयारी कर ली। ।यह पता चलते ही वीरता पदक की उम्मीद लगाए बैठे अफसरों के पैरों तले जमीन खिसक गई। तब उत्तर पश्चिमी जिला के एक  पुलिस अफसर ने एसडीएम को "समझाया "। जिसके बाद एसडीएम  ने मुन्ना बजरंगी के बयान के आधार पर सिर्फ  उचित कार्रवाई करने का ही आदेश दिया। तब जाकर पुलिस अफसरों ने राहत की सांस ली।
पुलिस सूत्रों के अनुसार मुन्ना बजरंगी  की दोनों हथेलियों/अंगुलियों में गोलियों लगी थीं जिससे जाहिर था कि पुलिस की गोलियों से खुद को बचाने के लिए उसने हथेलियों आगे की थी। इससे ही यह भी लगता है कि उसने गोली नहीं चलाई थी। मुन्ना अपने साथी के साथ हरियाणा से कार में आया था।समय पुर बादली थाना इलाके में जीटी रोड पर यह कथित एनकाउंटर हुआ। मुन्ना के सिर में भी गोली लगी थी इतनी गोलियां लगने के बाद भी उसके जिंदा बच  जाने पर सभी हैरान हो गए थे।
पहरा बढ़ा दो। इस मामले से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अफसर ने बताया कि मुन्ना बजरंगी ने अस्पताल में कहा कि मेरे ऊपर यहां भी दुश्मन हमला कर सकते हैं इसलिए पुलिस का पहरा बढ़ा दो। इससे पता चलता है कि दूसरों की निर्दयता से हत्या करने वाला  मुन्ना बजरंगी अपने दुश्मनों से हमेशा डरा रहता था।
मुन्ना को इंजेक्शन लगा दिया। मुन्ना को तीस हजारी कोर्ट में पुलिस पेश करने ले गई। कोर्ट परिसर में अचानक मुन्ना गिर गया। पुलिस ने पाया मुन्ना बजरंगी के  किसी ने इंजेक्शन लगा दिया था। पुलिस उसे तुरंत अस्पताल ले गई। मालूम हो कि  चालीस से ज्यादा लोगों की हत्या में शामिल  पूर्वांचल के कुख्यात गुंडे प्रेम प्रकाश उर्फ मुन्ना बजरंगी की 9  जुलाई 2018 को बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई।