नई दिल्ली: बीजेपी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए जोड़-तोड़ शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में बीजेपी ने अपने सांसदों और कई  राज्यों के विधायकों को दिल्ली बुलाया है. अगले दो दिन नामांकन पत्रों पर दस्तख़त कराए जाएंगे. चार नामांकन पत्र दाखिल होंगे. हर नामांकन  पत्र में 50 प्रस्तावक और 50 अनुमोदक होते हैं. 19 या 20 जून को नामांकन पत्र पर दस्तख़त होंगे, हालांकि उम्मीदवार  का नाम फिलहाल खाली रहेगा. प्रधानमंत्री मोदी की 24 जून से शुरू हो रही विदेश यात्रा से पहले नामांकन पत्र दाखिल होगा.  बीजेपी के कई नेता विपक्षी नेताओं से बातकर आलाकमान को जानकारी दे रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ़ एनडीए में आम राय बनाने में बीजेपी को मुश्किल आ रही है. ख़बर है कि शिवसेना इस बात से सहमत नहीं है कि बीजेपी ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुनने का अधिकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है. इसी सिलसिले में रविवार को बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह मुंबई में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मिलने उनके घर मातोश्री पहुंचे, लेकिन सूत्र बता रहे हैं कि उन्हें निराशा ही हाथ लगी है. वैसे इससे पहले भी हाल ही में शिवसेना दो बार राष्ट्रपति चुनाव के मामले में बीजेपी के बजाय कांग्रेस का साथ दे चुकी है. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के मामले में शिवसेना ने NDA की  सहयोगी होने के बावजूद कांग्रेस का साथ दिया है. 24 जुलाई को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल खत्म हो रहा है ऐसे में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर अब तक सस्पेंस बना हुआ है.