प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन के साथ 16वें भारत-रूस सालाना शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। दोनों पक्ष कई समझौतों पर हस्ताक्षर भी करेंगे। सबकी निगाहें भारत के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र की अंतिम दो इकाइयों के लिए रूस की मदद से जुड़े करार पर हैं। तमिलनाडु में कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र की इकाई 5 और 6 के निर्माण के लिए कर्ज सहायता पर समझौते के विवरण और भाषा को लेकर अंतिम दौर की बातचीत चल रही है। अगर करार हो जाता है तो एक-एक हजार मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता वाली दोनों इकाइयां देश में परमाणु ऊर्जा उत्पादन को महत्वपूर्ण तरीके से बढ़ाएंगी।  भारत यूरेशियन इकनोमिक यूनियन (ईईयू) के साथ मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत शुरू करने की भी सोच रहा है। बातचीत में अंतरराष्ट्रीय उत्तर दक्षिण परिवहन गलियारा परियोजना का मामला भी उठ सकता है। गुरुवार को प्रधानमंत्री पहली बार एक व्यापार कार्यक्रम सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में  शिरकत करेंगे।