दिल्ली सरकार की ओर से बुधवार को जीएसटी पर चर्चा के लिए बुलाए गए दिल्ली विधानसभा के विशेष सत्र में आम आदमी पार्टी के निलम्बित विधायक व पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा अपनी मांगों का एक पोस्टर ले कर पहुंच गए। इस पर पहले तो विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें बैठ जाने को कहा पर जब वे नहीं माने तो उन्हें विधानसभा से बाहर निकालने के निर्देश दे दिए गए। कपिल मिश्रा ने आरोप लगाया कि बाहर निकालने के दौरान आम आदमी पार्टी के विधायकों ने उनके साथ हाथापाई की । जबकि आम आदमी पार्टी ने उन से किसी तरह की हाथापाई होने से इनकार किया है। विधानसभा सत्र शुरू होने के कुछ देर बाद ही एक बैनर कपिल मिश्रा एक बैनर ले कर खड़े हो गए। इस पोस्टर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व मंत्री सत्येंद्र जैन पर भ्रष्टाचार व सगे संबंधियों को लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया गया था। विधानसभा अध्यक्ष ने कपिल मिश्रा को तुरंत अपनी जगह पर बैठने के निर्देश दिए। जब वो नहीं बैठे तो उन्होंने मार्शल को निर्देश दिए कि तुरंत मिश्रा को विधानसभा के बाहर निकाला जाए। मिश्रा ने आरोप लगाया कि पूरे घटनाक्रम के पीछे उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का हाथ था। उन्होंने कहा कि जब सिसोदिया ने इशारा किया तो विधायक उनकी ओर बढ़ने लगे। मिश्रा ने कहा कि मुझे बोलने नहीं दिया गया। जब मैंने बोलने की कोशिश की तो चार से पांच आप विधायकों ने मुझ पर हमला शुरू कर दिया। इस मामले पर आम आदमी पार्टी का विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कपिल मिश्रा पिछले दो से तीन सप्ताह से चर्चा में बने रहने के लिए कई प्रयास कर रहे हैं। ने पार्टी के नेताओं को फंसाने का प्रयास कर हैं। उन्होंने कहा कि वे विधानसभा में मौजूद थे और उन्होंने देखा कि मिश्रा के साथ किसी ने भी धक्का - मुक्की नहीं की। उन्होंने कहा कि वे भाजपा के इशारे पर इस तरह की हरकत कर रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी के विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने आम आदमी पार्टी के एक नेता पर आपत्तीजनक शब्द का आरोप लगाया और इसके विरोध में वे वेल में जमीन पर बैठ गए। वहीं आम आदमी पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में बोर्ड परिक्षाओं के बेहतर परिणाम पर जब सदन के सभी सदस्य मेज थप्थपा कर अभिवादन कर रहे थे तो सिरसा ने आपत्तीजनक तरीके से ताली बजायी। विधानसभा अध्यक्ष ने आपत्तीजनक शब्द को सदन की कार्यवाही में न दर्ज किए जाने के निर्देश दिए। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने पर मिश्रा को मंत्रिमंडल से हटाने के साथ ही पार्टी से भी निलंबित कर दिया गया था। मिश्रा ने हाल ही में 300 करोड़ रूपये का दवा घोटाले का आरोप लगाया था। मिश्रा ने सदन से निकाले जाने के बाद कहा` मैंने कल ही विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर पांच मिनट का समय मांगा था। मेरे साथ मदन लाल और अमानतुल्लाह खान समेत कई विधायकों ने मारपीट की है।` उन्होंने आरोप लगाया कि विधायकों ने सिसोदिया के इशारे पर मारपीट की है। उन्होंने कहा कि 03 जून को वह उन सबूतों की प्रदर्शनी कॉ्स्टिटट्यूशन क्लब में लगायेंगे, जिसमें हाल ही में सार्वजनिक किये गये विभिन्न घोटाले के कथित दस्तावेजों को प्रदर्शित करेंगे।