कश्मीर में पत्थरबाजी करने वाले युवाओं की अब खैर नहीं। आर्मी ने इसके लिए एक नयाब तरीक़ा तलाश लिया है। फोटो देख कर आप खुद हैरत में पड़ सजाएंगे। इस फोर्मेले के बाद अब नहीं लगता कि कोई पत्थरबाज़ी की हिम्मत जुटा पाए।  दरअसल आर्मी ने पत्थरबाज को जीप से बांधकर शील्ड के तौर पर इस्तेमाल किया था। श्रीनगर.कश्मीर में पत्थरबाज को जीप के बोनट से बांधने वाले अफसर को आर्मी चीफ ने अवॉर्ड (प्रशस्ति पत्र) दिया है।  मेजर लीतुल गोगोई ने श्रीनगर में बाईपोल कराने गई टीम को बचाने के लिए एक पत्थरबाज को पकड़कर काफिले की जीप के बोनट से बांधने का ऑर्डर दिया था। इसे पत्थरबाजों और हिंसक भीड़ के खिलाफ एक शील्ड के तौर पर इस्तेमाल किया।

घटना का वीडियो वायरल होने के बाद मुद्दा गरमाया था। आर्मी ने मेजर के खिलाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी की। जांच में उन्हें क्लीन चिट मिल गई। आर्मी ने इसे कारगर कार्रवाई माना...आर्मी के स्पोक्सपर्सन, कर्नल अमन आनंद ने कहा, ``मेजर गोगोई की कार्रवाई को आर्मी ने हिंसक गतिविधियों से निपटने के लिए कारगर कार्रवाई माना है। उन्हें आर्मी चीफ विपिन रावत का प्रशस्ति पत्र  दिया गया।``  ``बीड़वाह में 9 अप्रैल को इलेक्शन के दौरान जब हालात बेकाबू हो गए तो कर्नल रैंक के एक अफसर को जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इसी के चलते मेजर गोगोई ने कश्मीरी शख्स को जीप से बांधा और ह्यूमन शील्ड के तौर पर इस्तेमाल किया।``  पिछले हफ्ते जम्मू-कश्मीर दौरे पर आए आर्मी चीफ ने मेजर गोगोई को प्रशस्ति पत्र दिया। इसे ड्यूटी के दौरान डिवोटेशन और बेहतर सर्विस के लिए प्रतिष्ठित अवॉर्ड के तौर पर देखा जाता है। तीनों सेनाओं के चीफ्स की ओर से बैज प्रदान किए जाते हैं।
बीजेपी सांसद और एक्टर परेश रावल ने रविवार को ट्वीट में कहा कि कश्मीर में पत्थरबाज को आर्मी की जीप के आगे बांधने से बेहतर है कि अरुंधति रॉय को इसके आगे बांधा जाए। इस ट्वीट को 14 घंटे में 3 हजार बार से ज्यादा री-ट्वीट किया गया। इस पर करीब 6 हजार लाइक्स भी आए।इसके बाद कई लोगों ने रावल के ट्वीट पर जवाब दिए। एक ट्वीट का जवाब देते हुए रावल ने कहा- हमारे पास ढेर सारी और कई तरह की च्वाइस हैं। दिग्विजय सिंह ने भी एक ट्वीट के जरिए तंज कसा। कहा उस शख्स को क्यों नहीं बांधा जिसने बीजेपी-पीडीपी का अलायंस कराया है।


 दरअसल, बुकर प्राइज विनर राइटर अरुंधति रॉय पिछले दिनों श्रीनगर गईं थीं। उन्होंने वहां कहा था, “भारत 7 लाख क्या, अगर 70 लाख फौजी भी कश्मीर में तैनात कर देता है तो भी कश्मीरियों की आवाज नहीं दबाई जा सकती।” उमर ने ट्वीट की थी फोटो, पूर्व सीएम उमर अबदुल्ला ने कश्मीरी शख्स को जीप से बांधने की फोटो और वीडियो ट्वीट किया था। जिसके बाद मुद्दा गरमाया। 15 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 53 राष्ट्रीय राइफल्स के मेजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। उमर ने लिखा था, ``इस नौजवान को जीप के आगे बांधा गया, ताकि कोई आर्मी पर पथराव न कर सके। ये हैरान करने वाला है।``