(अनवर चौहान) नई दिल्ली, अमेरीका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप फिलहाल तो पाकिस्तान पर मेहरबान दिखते नज़र आ रहे हैं। उन्होंने न सिर्फ नवाज़ शरीफ की तारीफ की बल्कि पाकिस्तानी जनता की भी सराहना की। दूसरी तरफ पूर्व राष्ट्रपति  बराक़ ओबमा ने भारत के साथ बेहतर रिश्ते क़ायाम किए थे। एक आम मिसाल है कि  एक मियान में दो तलवार नहीं रह सकतीं। यदि अमेरिका पाकिस्तान के साथ दोस्ती रखता है तो फिर भारत के साथ उसके रिश्ते अच्छे नहीं रह सकते। उधर अमेरिका की मजबूरी ये है कि वो पाकिस्तान को चीन की गोद में बैठाना नहीं चाहता है।चूंकि अमेरीका का चीन के साथ 36 का आंकड़ा है। जब ओबामा ने भारत के साथ रिश्ते बेहतर क़ायम किए तो पाकिस्ना ने चीन के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ा दिया। ट्रंप इसे रोकना चाहते हैं।

पाकिस्तान प्रेस इनफ़ोर्मेशन ब्यूरो ने बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की जिसमें फोन पर हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी गई. नवाज़ शरीफ़ ने डोनल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई देने के लिए बुधवार को फ़ोन किया था. नवाज़ शरीफ़ की पार्टी पीएमएल(एन) के फ़ेसबुक पेज पर जारी पोस्ट के ë#2350;ुताबिक डोनल्ड ट्रंप ने फ़ोन पर बातचीत के दौरान कहा , `आपकी अनसुलझी समस्याओं को सुलझाने के लिए आप जो चाहें मैं वो भूमिका निभाने के लिए तैयार हूं. ये मेरे लिए सम्मान की बात होगी  और मैं निजी तौर पर ये करने के लिए तैयार हूं. मुझे आप कभी भी फ़ोन कर सकते हैं, 20 जनवरी को मेरे कार्यभार संभालने से पहले भी.`


यहां तक कि डोनल्ड ट्रंप ने नवाज़ शरीफ़ की तारीफ़ की और कहा कि वो बहुत अच्छा काम कर रहे हैं जो हर जगह दिख रहा है. ट्रंप ने कहा कि नवाज़ शरीफ़ से बात करके लग रहा है कि वो उन्हें काफ़ी समय से जानते हैं. यहां तक कि डोनल्ड ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान एक शानदार देश है और पाकिस्तान के लोग सबसे समझदार लोग हैं. नवाज़ शरीफ़ ने डोनल्ड ट्रंप को पाकिस्तान आने का न्यौता भी दिया, जिसके जवाब में डोनल्ड ट्रंप ने कहा कि वो पाकिस्तान का दौरा करना पसंद करेंगे और पाकिस्तान के लोगों से मिलना चाहेंगे.


पाकिस्तान की तरफ़ से दोनों की बातचीत का ब्यौरा सामने आने के कुछ घंटों बाद अमरीका में डोनल्ड ट्रंप की टीम की तरफ़ से भी बातचीत को उपयोगी बताया है. अमरीका में जारी बयान में कहा गया है, `` नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा कि वो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ़ के साथ लंबा और मज़बूत निजी रिश्ता बनाने की उम्मीद करते हैं.``लेकिन पाकिस्तान और नवाज़ शरीफ़ की तारीफ़ की चर्चा ज़ोरों पर है. हालांकि पाकिस्तान पर डोनल्ड ट्रंप की 2011 की टिप्पणी इस बातचीत से मेल नहीं खाती.


इससे पहले 2011 में ट्रंप ने ट्विटर पर पाकिस्तान की आलोचना की थी. ट्रंप ने तब कहा था, ``पाकिस्तान हमारा दोस्त नहीं है. हमने उन्हें अरबों डॉलर दिए लेकिन हमें बदले में क्या मिला, सिर्फ़ धोखा और अपमान.`` हालांकि पाकिस्तान की तारीफ़ करने पर कई लोग डोनल्ड ट्रंप पर टिप्पणी कर रहे हैं.